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‘हनुमान जी मुसलमान थे’: गिरिराज के संसदीय क्षेत्र में मुस्लिम शिक्षक ने बच्चों को कक्षा में दिया ज्ञान

बेगूसराय: धर्म को लेकर हो रहे बयानबाजी के अखाड़े में जब देशभर में सभी धर्मों के ठेकेदार और नेता घमासान मचाये हुए हैं, तो बेगूसराय के एक सरकारी स्कूल के शिक्षक ने भी इस विवाद में खुद को झोंक दिया. “गुरु गोविंद दोऊ खड़े, काके लागूं पाय?” जिस शिक्षक को बच्चों का निर्माता कहा जाता है, वही शिक्षक अब धर्म की राजनीति में उलझकर अपने कर्तव्य से भटक गया. बच्चों को पढ़ाने के बजाय देवी-देवताओं का अपमान करते हुए, हनुमान को मुस्लिम और मूर्ख करार दिया.

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क्या है मामलाः मामला बछवाड़ा प्रखंड क्षेत्र के उत्क्रमित मध्य विद्यालय हरिपुर कैदराबाद का है. मंगलवार को बछवाड़ा प्रखंड क्षेत्र के उत्क्रमित मध्य विद्यालय हरिपुर कैदराबाद में एक अजीबोगरीब मामला सामने आया. जियाउद्दीन ने छात्र-छात्राओं को बताया कि भगवान हनुमान मुस्लिम थे. भगवान राम, हनुमान को नमाज पढ़ाने का काम करते थे. यह खबर मिलते ही गांव के लोग आक्रोशित हो गये. बाद में शिक्षक ने गलती मानते हुए माफी मांग ली. लेकिन, लोग अब भी आक्रोशित हैं. केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने शिक्षक पर कारवाई की मांग की है.

समाज में विद्वेष फैलाने वाला बयान है. स्कूल का माहौल बिगाड़ने की साजिश है. शिक्षक जियाउद्दीन पर मुख्यमंत्री से कारवाई की मांग करता हूं. समाज को ऐसे शिक्षकों पर अब भरोसा नहीं है.”– गिरिराज सिंह, केंद्रीय मंत्री और सांसद

हिंदू देवी देवताओं का अपमानः जियाउद्दीन इस स्कूल में 2016 से पदस्थापित हैं. उन्होंने बच्चों को गंगा नदी के बारे में भी अपमानजनक टिप्पणी की. गंगा नदी की शक्ति पर सवाल खड़ा करते हुए बच्चों को बताया कि गंगा नदी देवी का रूप नहीं है. अगर ऐसा होता तो लोग गंगा नदी में क्यूं डूब जाते और क्यों मर जाते. इस बात की जानकारी जब लोगों को हुई तो विरोध करने स्कूल पहुंच गए. बुधवार को भी लोगों ने स्कूल में वबाल काटा. जियाउद्दीन ने माफी मांग ली, इसके बाद भी लोग उसपर एफआईआर दर्ज कर निलंबित करने की मांग पर डटे हुए थे.

क्या कहते हैं छात्रः सातवीं क्लास के पढ़ने वाले मानव कुमार ने बताया कि जियाउद्दीन नामक शिक्षक ने क्लास मे बताया था कि हनुमान जी मुस्लिम थे. हनुमान जी पढ़ने लिखने में मूर्ख थे. मूर्खता के कारण ही वो पर्वत उठा लाए थे. सातवीं क्लास की ही छात्रा साहिबा परवीन ने बताया कि जियाउद्दीन नामक शिक्षक ने बताया था कि हनुमान जी को पहली बार भगवान राम ने नमाज पढ़ाया था. रोशनी कुमारी ने भी अन्य छात्र-छात्राओं की बातों से सहमति जतायी.

अभिभावकों में आक्रोशः ग्रामीण दीपक कुमार ने शिक्षक के इस करतूत के लिए उन्हें स्कूल से निकलने की मांग की. दीपक ने बताया कि हिंदू देवी-देवता के बारे में उल्टा सीधा बोलने वाले शिक्षक को लेकर बच्चों में बहुत रोष है. ग्रामीण राजेश कुमार पोद्दार ने बताया कि जब उसके बच्चे घर पहुंचे तो शिक्षक के द्वारा दी गयी जानकारी के बारे में बताया. ग्रामीण बलराम प्रसाद सिंह नें कहा कि हम टीचर के इस बयान की घोर निंदा करते हैं.

“शिक्षक द्वारा बच्चों को भगवान राम, हनुमान और नमाज को लेकर कुछ कहे जाने की जानकारी मिली है. जानकारी के बाद समाज के लोग, मुखिया और सरपंच आदि जमा हुए. जिसके बाद शिक्षक जियाऊदीन ने लोगो से माफी मांगी है. उन्हें दुबारा ऐसी गलती नहीं करने की हिदायत दी गई है.”– शैल कुमारी, प्रधानाध्यापिका

क्या कहते हैं आरोपी शिक्षकः वहीं इस मामले में आरोपी शिक्षक मोहम्मद जियाउद्दीन ने बताया कि उनसे जो भी भूल चूक हुई है, इसके लिए उन्होंने समाज के सामने माफी मांग ली है. आइंदा उनसे ऐसी गलती नहीं होगी. शिक्षक ने बताया कि उन्होंने मुसल्लम इमान की बात बतायी थी. बच्चों को क्या पढ़ाया था, इस सवाल के जवाब में चुप्पी साधे रहे. उन्हें, इस बात की कहां से जानकारी हुई इस सवाल पर भी कुछ नहीं बोला.

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