हरदोई : शाहाबाद थाना क्षेत्र के लालपुर गांव में हुई 11 वर्षीय आयुष की हत्या का पुलिस ने खुलासा कर दिया है. आयुष की हत्या 5 रुपए के लिए की गई थी. पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार करके जेल भेज दिया है. करीब एक माह पूर्व आयुष खेलते समय लापता हो गया था. जिसके बाद परिजनों ने थाने में गुमशुदगी दर्ज कराई, चार दिन बाद गन्ने के खेत से आयुष का सब बरामद हुआ था. पुलिस की की कई टीमें खुलासे के लिए लगाईं गईं थी.
शाहाबाद कोतवाली क्षेत्र के लालपुर निवासी नेतराम पुत्र राममूर्ति का 11 वर्षीय पुत्र आयुष बीती 18 अक्टूबर की शाम को गांव में खेलते समय संदिग्ध परिस्थितियों में गायब हो गया था. काफी खोजबीन के बाद जब आयुष नहीं मिला तो 19 अक्टूबर को नेतराम ने थाने में अपने पुत्र की गुमशुदगी दर्ज कराई.
23 अक्टूबर को लालपुर गांव के पास गन्ने के खेत से आए आयुष का शव क्षत-विक्षत अवस्था में पड़ा मिला. बताया गया कि शव का एक हाथ और दोनों पैर अलग पड़े थे और सिर पर बाल भी नहीं थे. घटनास्थल पर पुलिस अधीक्षक नीरज कुमार जादौन व अन्य पुलिस अधिकारियों भी पहुंचे थे.
एसपी ने पीड़ित परिवार को जल्द दोषियों को गिरफ्तार कर जेल भेजने का आश्वासन दिया था. कई पुलिस टीम में खुलासे के लिए लगाई गईं थी. शनिवार को सुरागरसी और अन्य प्राप्त साक्ष्यों के आधार पर प्रकाश में आए अभियुक्त छोटेलाल पुत्र विश्राम निवासी ग्राम लालपुर थाना शाहाबाद को पुलिस ने गिरफ्तार किया.
गिरफ्तार अभियुक्त छोटेलाल ने पूछताछ में अपना जुर्म कबूल करते हुए बताया कि आयुष उसके घर पर उसके पुत्र विनोद के साथ खेल रहा था. खेल में आयुष द्वारा विनोद से 5 जीत लिए गए. जिस कारण आयुष 5 रुपए उसके पुत्र विनोद से छीन कर भागा. भागते समय आयुष के पैर में ठेस लगने के कारण वह ईंट पर गिरकर बेहोश हो गया.
जिसे देखकर वह आयुष को उठाकर अपने घर ले गया, परंतु आयुष को होश नहीं आया. उसको लगा कि कहीं वह और उसका पुत्र विनोद फंस न जाए, इसी डर के कारण छोटेलाल ने आयुष को गांव के निकट गन्ने के खेत में ले जाकर उसी के कपड़ों से गला दबाकर हत्या कर दी और शव गन्ने के खेत में छिपा दिया.
पुलिस ने हत्याकांड का खुलासा करते हुए मासूम बच्चे के हत्यारे छोटेलाल को जेल भेज दिया है. गिरफ्तारी टीम में प्रभारी निरीक्षक निर्भय सिंह, उपनिरीक्षक अनिल कुमार, लाखन सिंह, हेड कांस्टेबल अभिनंदन सिंह, कांस्टेबल श्यामसुंदर, पिंटू, शोभितकांत शामिल रहे.