अल्मोड़ा : उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हरीश रावत ने केदारनाथ विधानसभा उपचुनाव के परिणाम को लोकतंत्र के लिए चिंताजनक करार दिया है. अल्मोड़ा में आयोजित प्रेस वार्ता के दौरान हरीश रावत ने भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) पर धनबल और शराब के सहारे चुनाव जीतने का आरोप लगाया.
हरीश रावत ने कहा, “केदारनाथ उपचुनाव में सत्ता, शराब और धनबल की जीत हुई है, जबकि उत्तराखंड के सरकारों की हार. बीजेपी ने चुनाव जीतने के लिए हरसंभव संसाधन जुटाए, जो लोकतंत्र के लिए दुर्भाग्यपूर्ण है.
उन्होंने कांग्रेस के प्रत्याशी मनोज रावत को उत्तराखंड की आवाज उठाने वाला सशक्त नेता बताया और कहा कि कांग्रेस ने यह चुनाव संगठित तरीके से लड़ा था। “हमने मजबूत प्रत्याशी को मैदान में उतारा और गुटबाजी से दूर रहकर चुनाव लड़ा। इसके बावजूद बीजेपी ने धनबल का दुरुपयोग किया,” उन्होंने कहा.
महाराष्ट्र चुनाव पर भी जताई चिंता
महाराष्ट्र के चुनाव परिणामों पर बोलते हुए हरीश रावत ने कहा कि वहां की स्थिति भी लोकतंत्र के लिए खतरनाक है। उन्होंने बीजेपी पर संवैधानिक संस्थाओं को कमजोर करने का आरोप लगाते हुए कहा कि “बटोगे तो कटोगे” जैसे नारे यह साबित करते हैं कि बीजेपी अब संविधान में विश्वास नहीं रखती.
बढ़ते नशे पर चिंता
हरीश रावत ने उत्तराखंड में बढ़ते नशे के जाल पर गहरी चिंता व्यक्त की. उन्होंने कहा, “राज्य में युवा पीढ़ी नशे की चपेट में आ रही है, लेकिन बीजेपी सरकार इसे रोकने के लिए कुछ नहीं कर रही।” उन्होंने पलायन और गैरसैंण जैसे अहम मुद्दों पर भी राज्य सरकार को पूरी तरह विफल बताया.
कांग्रेस करेगी हार की समीक्षा
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि केदारनाथ उपचुनाव में मिली हार की पार्टी समीक्षा करेगी और आगामी चुनावों के लिए रणनीति बनाएगी. उन्होंने जनता के प्यार और सहयोग के लिए आभार व्यक्त किया.
इस अवसर पर कांग्रेस जिलाध्यक्ष भूपेंद्र सिंह भोज, पूर्व विधानसभा अध्यक्ष गोविंद कुंजवाल, प्रकाश चंद्र जोशी, तारा चंद्र जोशी, राधा बिष्ट, शोभा जोशी और मनोज सनवाल सहित कई अन्य वरिष्ठ नेता मौजूद थे.