गाजियाबाद में फर्जी दूतावास चलाने के आरोप में गिरफ्तार हर्षवर्धन जैन का नाम एक बार फिर सुर्खियों में है। जांच में खुलासा हुआ है कि आरोपी खुद को काल्पनिक देशों का दूत बताकर रसूख और ठगी का खेल खेलता रहा है।
2011 में भी हो चुकी है गिरफ्तारी
हर्षवर्धन जैन को इससे पहले 2011 में भी गिरफ्तार किया गया था। तब भी उसने खुद को एक फर्जी देश का प्रतिनिधि बताया था और नोएडा में ‘एंबेसी’ चला रहा था।
चंद्रास्वामी और खशोगी से जोड़ चुका है नाम
आरोपी ने दावा किया है कि उसके संपर्क चर्चित तांत्रिक चंद्रास्वामी और अरब व्यापारी अदनान खशोगी जैसे लोगों से भी रहे हैं। हालांकि इन दावों की पुष्टि नहीं हो सकी है, लेकिन पुलिस इन संबंधों की जांच कर रही है।
महंगे ऑफिस और ठाठ-बाट से करता था लोगों को प्रभावित
हर्षवर्धन जैन गाजियाबाद के पॉश इलाके में एक आलीशान दफ्तर बनाकर खुद को ‘राजदूत’ के रूप में पेश करता था। विदेशी झंडों, नकली पहचान पत्रों और फर्जी लेटरहेड्स के जरिए लोगों को धोखा देने का आरोप है।
पुलिस ने बरामद किए कई फर्जी दस्तावेज
गाजियाबाद पुलिस ने जैन के ठिकानों से कई फर्जी मुहरें, दस्तावेज और देशी-विदेशी पहचानपत्र बरामद किए हैं। अब उसके नेटवर्क और संपर्कों की जांच की जा रही है।