हरियाणा के कुरुक्षेत्र जिले में मोबाइल गेम खेलने से रोके जाने के बाद एक 15 साल के नाबालिग लड़के ने आत्महत्या कर ली. यह घटना गुरुवार को शाहिदपुर गांव में हुई. पुलिस ने बताया कि मृतक युवक 9वीं क्लास का छात्र था और मोबाइल गेमिंग का आदी था, जिससे उसकी पढ़ाई प्रभावित हो रही थी.
न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट के मुताबिक इसी वजह से परिवार ने उसे गेम खेलने से रोका, जिससे नाराज होकर वह घर से निकल गया. बाद में उसका शव दिल्ली-अमृतसर रेलवे ट्रैक के पास धीरपुर रेलवे स्टेशन के नजदीक मिला.
सरकारी रेलवे पुलिस (जीआरपी) के उप-निरीक्षक कमल राणा ने बताया कि युवक ने ट्रेन के आगे कूदकर आत्महत्या कर ली. पुलिस को सूचना मिलने पर शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम कराया गया और फिर परिजनों को सौंप दिया गया. इस घटना से परिवार और गांव में शोक के लोग सदमे में हैं. पुलिस आगे मामले की जांच कर रही है.
इससे पहले बीते दिसंबर महीने में यूपी के झांसी में भी ऐसा ही मामला सामने आया था. झांसी के एरच थाना क्षेत्र के मलीहा टोला गांव में पबजी गेम (PUBG ) खेलने से रोकने पर 14 साल के लड़के ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी. बबलू नाम के इस लड़के का शव पेड़ से लटका मिला था.
रिपोर्ट के मुताबिक मृतक 14 साल का लड़का पबजी गेम खेलने का आदी था. अक्सर उसकी मां उसे गेम खेलने से मना करती थीं और डांटती थीं. घटना वाले दिन भी लड़का गेम खेल रहा था. जब उसकी मां ने उसे गेम खेलने से रोका तो वह नाराज होकर घर से बाहर चला गया. बाद में उसका शव पेड़ से लटका हुआ पाया गया.