बांग्लादेश में विद्रोह प्रदर्शनों के करीब 3 महीने बीतने के बाद भी पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के लिए गुस्सा कम नहीं हो रहा है. रविवार को ढाका के आर्मी स्टेडियम में आयोजित ‘इकोस ऑफ रिवोल्यूशन’ में एक बार फिर बांग्लादेश के विद्रोह नेताओं की शेख हसीना से नफरत सामने आई है.
इस कॉन्सर्ट में सुर्खियों का केंद्र पाकिस्तान के मशहूर सिंगर राहत फतेह अली खान रहे, लेकिन स्टेज पर कुछ ऐसा भी हुआ जिस पर चर्चा लगातार हो रही है. कॉन्सर्ट के दौरान छात्र नेता सरजीस आलम ने मंच पर आकर शेख हसीना को फांसी की मांग के नारे लगाए. आलम के सुर में सुर मिलाते हुए वहां बैठी भीड़ और शहीदों के परिजनों ने भी इस नारेबाजी में हिस्सा लिया.
एकता ही एकमात्र विकल्प
सरजीस आलम ने मंच पर बोलते हुए कहा, “हमें पिछले 16 सालों में कई बार सड़कों पर उतरने के बावजूद कामयाबी नहीं मिली, लेकिन जब हम एकजुट हुए, तब ही हम शेख हसीना को मजबूर कर सके. इस आंदोलन ने हमें यह सिखाया है कि एकता ही एकमात्र विकल्प है.”
Rahat Fateh Ali Khan Concert in Dhaka last night! pic.twitter.com/l27P97KSg1
— Pakistan High Commission Bangladesh (@PakinBangladesh) December 22, 2024
हसीना सरकार में मारे गए लोगों के लिए न्याय की मांग
इस पोस्ट में उन परिवारों के सदस्य को भी बुलाया गया था, जिन्होंने जुलाई के आंदोलन में अपनो को खोया था. कॉन्सर्ट में इन परिवारों को न्याय की मांग की गई और इस पर जोर दिया कि हसीना को जल्द से जल्द देश वापस लाकर उनके खिलाफ कार्रवाई की जाए.
‘इकोस ऑफ रिवोल्यूशन’ पाक सिंगर
इस कॉन्सर्ट में मुख्य गायक के तौर पर पाक सिंगर राहत फतह अली खान को बुलाया गया था, राहत ने परफॉर्म करने के बाद कहा कि ढाका में परफॉर्म करना मुझे अपने देश पाकिस्तान में परफॉर्म करने जैसा लगा. साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि हम पाकिस्तानी लोग बांग्लादेश के लोगों के साथ हमेशा खड़े हैं.