समंदर और नदियों में अक्सर आपने तैरने या गोता लगाती हुई मछलियों को देखा होगा. कई बार कुछ मछलियां पानी के ऊपर उछल कर निकलती है. लेकिन पानी की सतह पर उड़ने वाली मछली भी है. यह कई सौ मीटर तक पानी के ऊपर बहुत तेज स्पीड में उड़ती है. ज्यादातर मछलियां 650 फीट तक उड़ती हैं.
इसके अलावा फ्लाइंग फिश का सबसे ज्यादा दूर तक उड़ने का रिकॉर्ड 1300 फीट का है. यह मछली 70 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से पानी के ऊपर उड़ती है. इसका असली नाम होता है एक्सोसोटिडे (Exocoetide) है. यह मरीन रे-फिन्ड फिश के परिवार की मछली होती है.
इस मछली की दुनिया भर में करीब 64 प्रजातियां मौजूद हैं. ये पक्षियों की तरह नहीं उड़ सकती, लेकिन ये पानी की सतह पर ग्लाइड करती हैं. ये एक छलांग लगाने के बाद अपनी फिन के सहारे लंबी दूरी तक तेजी से पानी की सतह के ऊपर हवा में तैरती है. यह ऐसा तब करती है जब उसे लगता है कि उसका शिकार हो सकता है.
समंदर की सतह के ऊपर हवा में गोता लगाने वाली मछलियों की प्रजाति में स्वॉर्डफिश, मैकेरेल, टूना और मार्लिन होती है. लेकिन इनका हवा में उड़ना भी इनके लिए भी खतरनाक है. क्योंकि इनके ऊपर फिर शिकारी पक्षियों का हमला होता है. आपको अगर इस मछली को देखना हो तो दुनिया की बेस्ट जगह है बारबाडोस.
बारबाडोस को कहते हैं द लैंड ऑफ द फ्लाइंग फिश, ढेर है यहां ये मछलियां
बारबाडोस को ‘द लैंड ऑफ द फ्लाइंग फिश’ कहा जाता है. यही मछली बारबाडोस का राष्ट्रीय प्रतीक चिन्ह भी है. एक्सोसेट एंटी-शिप मिसाइल का नाम भी इसी मछली के नाम पर रखा गया है. क्योंकि उस मिसाइल में भी समंदर के ऊपर कम ऊंचाई पर उड़ान भरने की यानी सी-स्किमिंग करने की क्षमता है. ऐसी ही ताकत ब्रह्मोस मिसाइल में है.
70 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से हवा में 20 फीट ऊपर उड़ सकती है
मई 2008 में जापानी टेलिविजन क्रू ने फ्लाइंग फिश को जापान याकूशिमा आइलैंड के पास देखा था. तब उस मछली ने 45 सेकेंड तक पानी के ऊपर उड़ान भरी थी. इसने 42 सेकेंड का पुराना रिकॉर्ड तोड़ा था. यह समंदर के ऊपर अधिकतम 20 फीट यानी 6 मीटर की ऊंचाई तक उड़ान भर सकती है. अधिकतम 100 से 400 फीट तक उड़ती है. उड़ते समय इसकी गति अधिकतम 70 किलोमीटर प्रतिघंटा रहती है.