HDFC Bank: एचडीएफसी बैंक अपने सीईओ और प्रबंध निदेशक शशिधर जगदीशन के पक्ष में खुलकर सामने आ गया है. एचडीएफसी बैंक की ओर से साफ शब्दों में कहा गया है कि सीईओ जगदीशन के खिलाफ लीलावती कीर्तिलाल मेहता मेडिकल ट्रस्ट (LKMM Trust) के आरोप बेबुनियाद हैं और बैंक इनके खिलाफ लीगल एक्शन लेने की तैयारी कर रहा है.
एचडीएफसी बैंक का कहना है कि उन्होंने इस मामले को लेकर कानूनी सलाह ले ली है और वह अपने एमडी और सीईओ की छवि की रक्षा करेंगे. एचडीएफसी बैंक ने अपने आधिकारिक बयान में कहा, लीलावती ट्रस्ट, उसके ट्रस्टियों और अधिकारियों द्वारा बैंक के एमडी और सीईओ के खिलाफ लगाए गए आरोप निराधार और दुर्भावनापूर्ण हैं. अपमानजनक और बेतुके आरोपों का मजबूती और स्पष्ट रूप से खंडन किया जाता है.
क्या है HDFC बैंक के सीईओ पर आरोप का मामला?
मुंबई में एक प्रमुख स्वास्थ्य सेवा संस्थान की देखरेख करने वाले लीलावती ट्रस्ट ने शनिवार को जगदीशन को तत्काल निलंबित करने और उनके खिलाफ मुकदमा चलाने की मांग की और उन पर ट्रस्ट से संबंधित कई वित्तीय धोखाधड़ी में शामिल होने का आरोप लगाया. जगदीशन के खिलाफ आरोप है कि एलकेएमएम के एक पूर्व सदस्य ने ट्रस्ट के एक मौजूदा सदस्य के पिता को परेशान करने के एकमात्र उद्देश्य से उन्हें 2.05 करोड़ रुपए दिए थे. याचिकाकर्ताओं ने आरोप लगाया है कि इस लेनदेन को हाथ से लिखी डायरी में दर्ज किया गया था. डायरी को मौजूदा सदस्यों ने बरामद किया था.
HDFC बैंक ने कही ये बात
एचडीएफसी बैंक के प्रवक्ता ने कहा कि यह लंबे समय से बकाया ऋण की वसूली का मामला है. बैंक प्रवक्ता ने आगे कहा, ट्रस्टी प्रशांत मेहता और उनके परिवार के सदस्यों पर एचडीएफसी बैंक का काफी बकाया है, जिसे कभी चुकाया नहीं गया. बैंक द्वारा पिछले दो दशकों में वसूली और प्रवर्तन कार्रवाई की गई है और हर स्तर पर प्रशांत मेहता और उनके परिवार के अन्य सदस्यों ने कई परेशान करने वाली कानूनी कार्रवाई का सहारा लिया है.
प्रवक्ता ने आगे बताया, सुप्रीम कोर्ट सहित सभी स्तरों पर लगातार विफल होने के बाद, उन्होंने अब बैंक के एमडी और सीईओ पर हाल ही में दुर्भावनापूर्ण व्यक्तिगत हमलों का सहारा लिया है, जिसका एकमात्र उद्देश्य बैंक और उसके एमडी और सीईओ को कानून के तहत हर संभव तरीके से सभी बकाया ऋणों की वसूली करने के आदेश को पूरा करने से डराना और धमकाना है.
प्रवक्ता ने कहा, बैंक को विश्वास है कि हमारी न्यायिक प्रक्रिया बैंक और उसके एमडी और सीईओ की छवि को धूमिल करने के ट्रस्टी और लीलावती ट्रस्ट के अधिकारियों के धोखाधड़ीपूर्ण इरादे और कुटिल उद्देश्यों को पहचान लेगी.