गौरेला पेंड्रा मरवाही: मामला जिले के मरवाही थानाक्षेत्र का है. यहां के मरवाही थानाक्षेत्र के कुम्हारी गांव में रहने वाला पुनीत प्रधान खेती किसानी का काम करता है. सालभर पहले उसकी मुलाकात बिलासपुर के देवेश वनवासी से हुई. देवेश वनवासी ने बिलासपुर के वर्षा रानी हॉस्पिटल और साईं नर्सिंग के संचालक विधान बैरागी चंद्रा से उसकी पहचान कराई. यही से युवक को ठगने की कहानी शुरू हुई.
खेती किसानी करने वाले युवक को रेलवे में नौकरी का झांसा: विधान बैरागी चंद्रा ने ने पुनीत प्रधान को बताया कि वह युवाओं को मेडिकल और रेलवे में नौकरी लगाने का काम करता है. पामगढ़ में रहने वाले अपने साले विनय कुमार शर्मा का उदाहरण देते हुए पुनीत को झांसे में लिया और रेलवे में नौकरी लगवाने की बात कहते हुए स्पोर्ट्स कोटे से भर्ती का आश्वासन दिया. साथ ही ये भी बताया कि इसके लिए कुछ रुपये खर्च करने होंगे.
रेलवे में नौकरी के लिए युवक ने 12 लाख रुपये आरोपियों को दिए: रेलवे में नौकरी का आश्वासन मिलने के बाद पुनीत ने पहली किस्त में 3 लाख रुपये आसनसोल के बैंक में ट्रांसफर कराएं. इसके बाद मेडिकल कराने की बात कहते हुए दोबारा फिर उससे 2 लाख रुपये कैश लिया. 1 लाख रुपए महिला वर्षा रानी के खाते में ट्रांसफर कराए. 6 लाख रुपये लेने के बाद आरोपी विधान बैरागी ने युवक को रेलवे में नौकरी का फर्जी नियुक्ति पत्र दिया. इसके बाद जल्द ही ट्रेनिंग शुरू करने की बात युवक से कही. कुछ दिनों बाद सरकार की तरफ से ट्रेनिंग रद्द करने की बात कहते हुए फिर से युवक से 2 लाख रुपये ले लिए. इस पर पुनित ने वर्षा रानी के एसबीआई खाता में 50-50 हजार रुपए कुल 4 बार भुगतान किया. इसके बाद युवक को आसानसोल बुलाया गया. वहां आरोपी विधान बैरागी ने आकाश और राहुल नाम के व्यक्ति से परिचय करवाया और कहा कि वही उसे ट्रेनिंग देंगे. वहां फिर ट्रेनर को 1 रुपये देने के कहा. इस बार युवक ने सोना चांदी और जमीन गिरवी रखकर 1 लाख रुपये दिए. इस तरह युवक ने रेलवे में नौकरी के नाम पर 12 लाख रुपये गंवा दिए.
छत्तीसगढ़ के कई युवकों को बना चुके हैं शिकार: लाखों रुपये बर्बाद होने के बाद भी जब रेलवे में ज्वाइनिंग नहीं हुई तो युवक पुनित प्रधान को अपने साथ ठगी का एहसास हुआ. युवक ने आरोपियों से पैसे मांगे तो उन्होंने युवक के साथ गाली गलौज कर जान से मारने की धमकी दी. जिसके बाद पीड़ित युवक ने मरवाही थाने में केस दर्ज कराया. मरवाही थाना प्रभारी गंगा राम बंजारे ने बताया कि पुलिस ने कार्रवाई करते हुए ट्रेनर राहुल उर्फ अमित कुमार मंडल को गिरफ्तार किया है. आसनसोल कोर्ट से ट्रांजिट रिमांड लेकर मरवाही लाया गया है. मुख्य आरोपी विधानचंद्र बैरागी है, जो पत्नी वर्षा रानी और योगेश रजक के साथ मिलकर छत्तीसगढ़ के युवाओं को सरकारी नौकरी के नाम पर बरगलाने का काम करते थे. इनके खिलाफ जांजगीर चांपा में भी केस दर्ज है.