मध्यप्रदेश का छिंदवाड़ा जिला इन दिनों झमाझम बारिश की चपेट में है. लगातार हो रही भारी वर्षा से जिले की नदियां और नाले उफान पर हैं. इसी बीच दो घटनाएं सामने आईं जिन्होंने सभी को चौंका दिया. एक में जहां किसान ने जान जोखिम में डालकर अपने बैलों को बचाया, वहीं दूसरी घटना में एक चालक ने बहते वाहन से कूदकर अपनी जान बचाई.
दरअसल, हर्रई विकासखंड के राजढाना गांव में शुक्रवार शाम तेज बारिश के चलते नदी में अचानक पानी बढ़ गया. किसान रूपसिंह अपनी बैलगाड़ी के साथ पुल पर खड़ा था कि तभी तेज बहाव में बैल अनियंत्रित होकर आगे बढ़ गए और बैलगाड़ी भी पानी में बह गई.
हालात बेहद खतरनाक थे, लेकिन रूपसिंह ने बिना अपनी जान की परवाह किए बैलों को गाड़ी से अलग किया और उन्हें तैराकर सुरक्षित बाहर निकाला. यह घटना कैमरे में रिकॉर्ड हो गई, जो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है और किसान की बहादुरी की सराहना हो रही है.
दूसरी घटना तमिया विकासखंड के ग्राम देलाखारी की है, जहां शनिवार सुबह एक गामा वाहन दांत फाड़ू नदी के पुल को पार करते समय बह गया. वाहन चालक रिंकू आरसे ने हालात भांपते हुए समय रहते छलांग लगाई और अपनी जान बचा ली. वह सांगा खेड़ा से कुआं बादला की ओर खाली वाहन लेकर जा रहा था.
सूचना मिलते ही तामिया थाना प्रभारी आशीष जेतवार मौके पर पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया. वहीं, इस घटना के बारे में परासिया एसडीओपी जितेन्द्र जाट ने बताया कि दांत फाड़ू नदी सांगाखेड़ा गांव के पास है. यहां एक गामा वाहन तेज बहाव में बह गया था. ड्राइवर सुरक्षित है. कोई जनहानि नहीं हुई है.
जिला भू-अभिलेख अधीक्षक के अनुसार, जिले की सामान्य वार्षिक वर्षा 1059 मिमी है. इस वर्ष 1 जून से 26 जुलाई 2025 तक कुल 551.9 मिमी औसत वर्षा दर्ज की गई है, जो पिछले वर्ष की इसी अवधि (538.3 मिमी) से ज्यादा है.