छत्तीसगढ़ की राजधानी में चाय बेचने वाले शातिर ठग को गिरफ्तार किया है. उसने शेयर मार्केट ट्रेडिंग के नाम पर करोड़ों रुपये की ठगी की है. पुलिस के सामने उसने कई चौंकाने वाले खुलासे किए हैं. पूरा मामला रायपुर के मंदिर हसौद इलाके का है. पुलिस मामले की जांच कर रही है.
मिली थी ये शिकायत
पुलिस को पीड़ित कुबेर वर्मा ने शिकायत दर्ज कराई थी कि भुवनेश्वर साहू ने उसे बताया कि शेयर मार्केट ट्रेडिंग करता है, बहुत पैसा कमाता है. कुबेर वर्मा को भी भुवनेश्वर ने ट्रेडिंग में इन्वेस्ट करने को कहा और आश्वासन दिया कि बहुत जल्द पैसा डबल हो जाएगा. भुवनेश्वर साहू के कहने पर उसने शत्रुघ्न वर्मा और अलग-अलग खातों में 700000 रुपये जमा कर दिए.कुछ दिनों बाद उसने भुनेश्वर साहू से संपर्क करने की कोशिश की, तो उसका फोन नंबर बंद आया घर जाकर देखा तो वहां पर भी ताला लगा हुआ था. जिसके बाद उसने थाने में शिकायत दर्ज कराई.
ऐसे फैलाया ठगी का जाल
मंदिर हसौद थाने में ठगी की शिकायत दर्ज होने के बाद पुलिस ने एक टीम गठित की पुलिस टीम ने सबसे पहले भुवनेश्वर साहू के न मिलने पर उसके सहयोगी शत्रुघन वर्मा को गिरफ्तार किया. पूछताछ में शत्रुघन ने कई राज खोले. उसकी निशानदेही पर धमतरी से आरोपी भुवनेश्वर साहू को गिरफ्तार किया गया. पुलिस की पूछताछ ने भुवनेश्वर साहू ने पुलिस को बताया 400 से ज्यादा लोगों को ठगी का शिकार बनाया है. सबसे पहले उसने चाय के ठेले में लोगों से ट्रेडिंग के फायदे बताता था. लोग उससे जुड़ते चले गए शुरुआत में लोगों को भरोसा दिलाया और उनका पैसा डबल करके दिया. लोगों को भरोसा होता चला गया. इस काम में उसने ट्रेडिंग के नाम पर इन्वेस्टर खोजने के लिये लोगों को जोड़ा और उन्हें 10 प्रतिशत कमीशन भी दिया.
जमा किए थे 2 करोड़
पुलिस के मुताबिक ठग भुवनेश्वर ने लोगों के पैसे से डीमेट एकाउंट खोला था. बाद में उसने डीमेट खाते के पैसों को मार्केट में डूब जाना बताया. पुलिस के अनुसार लोगों से ठगी के पैसों को जमीन खरीदने के अन्य जगह इन्वेस्ट किया गया. पुलिस की जांच में 400 से ज्यादा लोगों की ठगी की बात स्वीकारी है. जिसमें 100 करोड़ की ठगी हो सकती है. पुलिस अफसरों ने बताया कि जांच जारी है. मामले में और भी कई खुलासे हो सकते हैं.
बड़ा शातिर है ठग
ठग भुवनेश्वर साहू को पता था कि पुलिस में शिकायत होगी. इसलिए उसने परिवार वालों से उसके गुम होने की शिकायत आरंग थाने में दर्ज कराई थी. लेकिन ये चतुराई भी काम नहीं आई, आज शातिर ठग सलाखों के पीछे है.