मध्य प्रदेश के छिंदवाडा के एक लड़के की पश्चिम बंगाल के मिदनापुर में हत्या कर दी गई. पुलिस को एक माह बाद मृतक का कंकाल मिला है. लड़का छिंदवाड़ा से कैब बुक करके करीब 1100 किलोमीटर दूर अपनी गर्लफ्रेंड से मिलने पहुंचा था. कैब ड्राइवर का बयान है कि लड़की के घरवालों ने हत्याकांड की वारदात को अंजाम दिया था. फिलहाल पश्चिम बंगाल और मध्य प्रदेश पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है.
दरअसल, पूरा मामला यह है कि छिंदवाड़ा के गुरैया में रहने वाले एक फरियादी ने बीते 8 अगस्त को अपने बेटे की गुमशुदगी की रिपोर्ट देहात थाना में दर्ज कराई. रिपोर्ट में लिखवाया कि गजेन्द्र चौधरी (18 साल) पश्चिम बंगाल गया था. उसका कोई पता नहीं चल रहा है. पुलिस ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए केस दर्ज किया और मामले की जांच शुरू की.
गजेंद्र के परिजनों ने एक कैब ड्राइवर अनिकेत सोलंकी पर संदेह जताया. शंका जाहिर की कि बेटे की गुमशुदगी में ड्राइवर की भूमिका संदिग्ध है. पुलिस ने अनिकेत से बारीकी से पूछताछ की.
कैब ड्राइवर ने पुलिस को बताया, “छिंदवाड़ा से गजेंद्र चोधरी के साथ वो पश्चिम बंगाल के जिला मिदनापुर गया था. वहां जाकर गजेंद्र ने सोशल मीडिया फ्रेंड युवती से मुलाकात की. जहां युवती के परिजनों ने गजेंद्र को पीट-पीटकर अधमरा कर दिया. इसके बाद घायल अवस्था में गजेंद्र को मुझे सौंप दिया. मैं घायल को साथ में लेकर निकला तो रास्ते में उसकी मृत्यु हो गई. तब मैंने घबराकर गजेंद्र के शव को जंगल में फेंक दिया था और छिंदवाड़ा वापस आ गया.”
जब पुलिस को ड्राइवर की बातें गंभीर लगीं तो छिंदवाड़ा देहात थाना प्रभारी और उनकी टीम पश्चिम बंगाल पहुंची. जिला मिदनापुर की पुलिस की सहायता से कैब ड्राइवर अनिकेत की निशानदेही पर जंगल में गजेंद्र का शव तलाशा, लेकिन वहां नरकंकाल बरामद हुआ. वहीं आसपास पुलिस को मृतक के जूते और घड़ी मिली. फोटो के आधार पर गजेंद्र के परिवारवालों ने उसकी पहचान कर ली.