पाकिस्तान गया और बन गया ISI का एजेंट… कुछ पैसों के लिए देश को दे रहा था धोखा

देश की सुरक्षा व्यवस्था में सेंध लगाने वाले जासूसों का नेटवर्क दिन-ब-दिन गहराता जा रहा है. ताजा मामला दिल्ली पुलिस की उस जांच से जुड़ा है, जिसमें एक ऐसे व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है जिसने पाकिस्तान की कुख्यात खुफिया एजेंसी ISI के लिए काम किया. हैरानी की बात ये है कि ये व्यक्ति 15 साल पहले रिश्तेदारों से मिलने पाकिस्तान गया था, लेकिन अब वही देश का गद्दार बन चुका है.

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दिल्ली पुलिस ने इस मामले में हसीन नामक व्यक्ति को राजस्थान के डीग जिले से गिरफ्तार किया है. हसीन वही व्यक्ति है जो पहले से ही ISI के संपर्क में था और भारतीय मोबाइल सिम पाकिस्तान भिजवाने में मदद कर रहा था. हसीन का भाई कासिम पहले ही इसी मामले में पकड़ा जा चुका है. कासिम की गिरफ्तारी के बाद हसीन का नाम सामने आया और फिर पुलिस ने उसके खिलाफ भी कार्रवाई की.

सिम कार्ड के खेल से खुला राज

जांच में खुलासा हुआ है कि हसीन ने न सिर्फ सिम कार्ड पाकिस्तान भिजवाया, बल्कि व्हाट्सएप खातों को सक्रिय करने के लिए OTP भी उपलब्ध कराया. इन सिम कार्डों का इस्तेमाल पाकिस्तानी खुफिया एजेंट भारत में जासूसी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए कर रहे थे. इतना ही नहीं, हसीन ने देश के संवेदनशील सैन्य ठिकानों की तस्वीरें भी पाकिस्तान भेजी थीं.

एक बार नहीं, कई बार की ISI की मदद

पुलिस का दावा है कि हसीन को इसके बदले पैसे भी मिले थे. यानी, सिर्फ कुछ पैसों के लिए उसने देश की सुरक्षा के साथ समझौता कर लिया. यही नहीं, उसने अपने भाई, बहन और बहनोई के लिए पाकिस्तान का वीजा दिलाने में भी ISI की मदद की. इसका सीधा मतलब है कि उसका जुड़ाव केवल व्यक्तिगत नहीं, बल्कि एक पूरे नेटवर्क से था.

पूछताछ में क्या-कुछ आया सामने?

कासिम से पूछताछ में सामने आया कि जब वह पाकिस्तान पहुंचा, तो ISI एजेंटों ने उसे बताया कि उसका भाई हसीन पहले से उनके लिए काम कर रहा है और अब वह भी यही करेगा. यहीं से पूरी साजिश की परतें खुलने लगीं और हसीन की भूमिका स्पष्ट होती गई.

फिलहाल, हसीन को अदालत में पेश किया गया है और पांच दिन की पुलिस हिरासत में भेजा गया है. जांच एजेंसियां अब उससे पूछताछ कर रही हैं कि उसने अब तक क्या-क्या जानकारी पाकिस्तान को सौंपी और किन-किन लोगों को इस नेटवर्क में जोड़ा. ये मामला इस बात का बड़ा सबूत है कि पाकिस्तान किस तरह भारत में अंदर ही अंदर अपने जासूसी तंत्र को फैला रहा है.

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