इंदौर क्राइम ब्रांच थाने में तैनात हेड कांस्टेबल जवाहर सिंह जादौन की बिजली का करंट लगने से मौत हो गई. जवाहर जूनी इंदौर स्थित पुलिस क्वार्टर में रहते थे, शुक्रवार को अपने घर की सफाई के दौरान वे करंट की चपेट में आ गए. घटना के वक्त वे घर पर अकेले थे, जबकि उनका परिवार घर के बाहर था. पड़ोसियों ने उनकी चीखें सुनकर परिजनों को सूचित किया, जिसके बाद उन्हें तुरंत अस्पताल ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया.
घटना का विवरण
मृतक जवाहर सिंह जादौन क्राइम ब्रांच में हेड कांस्टेबल के पद पर तैनात थे और इससे पहले वो एमजी रोड थाने में भी अपनी सेवाएं दे चुके थे. परिवार में पुलिस विभाग में उनका भतीजा विक्रांत सिंह जादौन लसूड़िया थाने में तैनात है. उनके चाचा सत्येंद्र सिंह जादौन जो एमजी रोड थाने में एएसआई के पद पर कार्यरत हैं.
जवाहर सिंह जादौन को इंदौर में एक अलग पहचान मिली थी, जब उन्होंने कोरोना महामारी के दौरान यमराज का वेश धारण कर लोगों को लॉकडाउन के नियमों का पालन करने के लिए जागरूक किया था. उस समय उनकी यह पहल लोगों के बीच चर्चा का विषय बनी थी और उन्हें एक जिम्मेदार और संवेदनशील पुलिसकर्मी के रूप में देखा गया था.
करंट लगने की घटना
बताया जा रहा है कि शुक्रवार को अपने घर की सफाई करते समय जवाहर बिजली के तार की चपेट में आ गए. बताया जा रहा है कि हादसे के समय वो घर पर अकेले थे, जिसकी वजह से उन्हें मदद नहीं मिल पाई. पड़ोसियों ने घटना की सूचना तुरंत उनके परिजनों को दी. जब तक वो अस्पताल पहुंचे, डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. इस घटना ने पुलिस विभाग के साथ-साथ उनके परिवार और परिचितों को गहरे शोक में डाल दिया है.
पुलिस विभाग में शोक
इस घटना पर एडिशनल डीसीपी राजेश दंडोतिया ने कहा कि जवाहर सिंह जादौन एक ईमानदार और कर्तव्यनिष्ठ पुलिसकर्मी थे, उन्होंने हर परिस्थिति में अपने कर्तव्यों का पूरी निष्ठा से पालन किया. उनके निधन से विभाग ने एक अच्छा पुलिसकर्मी और समाज ने एक संवेदनशील इंसान खो दिया है.