स्वास्थ्य मंत्री बोले- पुत्र मोह में पार्टी को झोंका:श्याम बिहारी जायसवाल ने कांग्रेस से पूछा सवाल; कहा- चैतन्य बघेल कौन से पद पर हैं

कांग्रेस कल आंदोलन करने जा रही है। जिस पर स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल वाले ने मनेंद्रगढ़ में प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए कांग्रेस से सवाल पूछे हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस बताएं कि भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य बघेल कांग्रेस के किस पद पर है। जिस व्यक्ति का कांग्रेस में कोई पद नहीं उस व्यक्ति के लिए पूरी कांग्रेस प्रदेश में प्रदर्शन कर रही है। इसका साफ मतलब है भूपेश बघेल ने पूरी कांग्रेस को पुत्र मुंह में झोंक दिया है।

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श्याम बिहारी जायसवाल ने कहा कि, हमने पहले भी बड़े-बड़े ऐसे उदाहरण देखें हैं। जिसमें लोगों ने पुत्र मोह में खुद को भी बर्बाद किया और अपने पूरे साम्राज्य को भी बर्बाद किया। भूपेश बघेल इस दिशा में काम करते हुए दिखाई दे रहे हैं। भूपेश और कांग्रेस भ्रष्टाचारियों को बचाने पूरे प्रदेश की जनता को परेशान कर रही है और साथ ही उनका आर्थिक रूप से नुकसान भी करने जा रही है। जो कि प्रदेश की जनता स्वीकार नहीं करेगी।

भूपेश बघेल के झूठ का पर्दाफाश हो गया

स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि, कोल ब्लॉक आवंटन को लेकर कांग्रेस पार्टी और भूपेश बघेल के झूठ का पर्दाफाश हो गया है। भाजपा ने पत्रकार वार्ता में तथ्यों और दस्तावेज प्रेजेंटेशन के माध्यम से कांग्रेस के झूठ को एक बार फिर बेनकाब किया है। कांग्रेस चोरी और सीनाजोरी का उदाहरण बार-बार प्रस्तुत कर रही है। सबको पता होगा कि अपने शासन काल के पांच साल में भूपेश बघेल ने छत्तीसगढ़ को दस जनपथ का चारागाह बना दिया था।

कांग्रेस कार्यकाल में हुआ घोटाला

मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने कहा कि कांग्रेस के कार्यकाल में शराब घोटाले, कोयला घोटाले, चावल घोटाले, गौठान घोटाले से लेकर पीएससी घोटाले तक में प्रदेश के संसाधनों को जम कर लूट हुई थी। आज इन घोटालों के आरोपी एक-एक कर नप रहे हैं। सभी जेल जा रहे हैं। बेवजह जिस तरह अपराधियों के विरुद्ध हो रही कानून सम्मत कार्रवाई को कहीं और मोड़ा जा रहा है, वह दुर्भाग्यजनक और कांग्रेस में हिप्पोक्रेसी का सबसे बड़ा नमूना है। जब भी आप सभी कॉल ब्लॉक आवंटन और पेड़ कटाई आदि पर सवाल उठाते थे, तो दस जनपथ के दबाव में सीधे तौर पर भूपेश बघेल बचाव में आ जाते थे।

अपनी कालिख धोने की कोशिश कर रहे भूपेश बघेल

कहते थे कि कोल ब्लॉक आवंटन का विरोध करने वाले अपने-अपने घरों की बिजली बंद कर दें। सवाल यह है कि अब जब झूठे और बेबुनियाद आरोप लगाकर भूपेश बघेल अपनी कालिख धोने की कोशिश कर रहे हैं, तो क्या वह अपने घर और राजीव भवन की बिजली बंद करेंगे ? यह तथ्य है कि न केवल भूपेश बघेल ने कोल ब्लॉक अशोक गहलोत को आवंटित किया था, बल्कि उससे पहले भी मनमोहन सिंह की सरकार में तमाम नियमों को धत्ता बताते हुए छत्तीसगढ़ के कोल ब्लॉक आवंटन की राह आसान की थी।

हसदेव अरण्य को पूरी तरह से किया था नो-गो जोन घोषित

उन्होंने कहा कि साल 2010 में केन्द्र में कांग्रेस की सरकार थी, तब कोयला मंत्रालय और पर्यावरण एवं वन मंत्रालय हसदेव अरण्य को पूरी तरह से नो-गो जोन घोषित किया था। उसे कांग्रेस नीत सरकार के पर्यावरण मंत्री जयराम रमेश ने ही सबसे पहले गो एरिया घोषित किया था। 23 जून 2011 को केन्द्र में कांग्रेस की सरकार रहते ही तारा परसा ईस्ट और कांटे बेसन कोल ब्लॉक को खोलने का प्रस्ताव दिया गया। जब छत्तीसगढ़ और राजस्थान में कांग्रेस की सरकार थी, उस वक्त अडाणी को दो बड़ी खदानों गारे पेलमा सेक्टर-2 और राजस्थान में केते एक्सटेंशन ब्लॉक का ऑपरेटर बनाया गया।

भूपेश सरकार ने अशोक सरकार को किया था कोल माइंस का आबंटन

इसी तरह भूपेश बघेल के मुख्यमंत्री कार्यकाल में ही 16 अक्टूबर 2019 को राज्य सरकार ने पर्यावरण स्वीकृति के लिए सिफारिश भेजी और कहा कि 31 मार्च 2021 को ओपन कास्ट गारे पेलमा सेक्टर-2, मांड-रायगढ़ कोलफील्ड के लिए हुआ समझौता भी सबके सामने है। इसी क्रम में 19 अप्रैल 2022 को भूपेश बघेल के मुख्यमंत्री रहते ही कांग्रेस सरकार द्वारा वन स्वीकृति स्टेज-1 और 23 जनवरी 2023 को वन स्वीकृति स्टेज-2 के लिए सिफारिश भेजी गई । 25 मार्च 2022 को भूपेश सरकार ने राजस्थान में अशोक गहलोत की सरकार के रहते राजस्थान को कोल माइंस का आबंटन किया था।

भाजपा ने कांग्रेस से किए 3 सवाल

स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि, क्या वह मनमोहन सिंह सरकार के समय हुए निर्णयों के लिए कांग्रेस आज माफी मांगेंगे? क्या भूपेश बघेल यह घोषणा करेंगे कि अब कांग्रेस कभी बिजली का उपयोग नहीं करेगी, क्योंकि स्वयं यह कह चुके हैं कि विरोध करने वाले अपने घर की बिजली बंद कर दें? क्या कांग्रेस हर अपराधी के पक्ष में ऐसे ही खड़ी होगी, जैसे आज पूर्व मुख्यमंत्री के बेटे के लिए हुई है?

 

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