संभाजी नगर के पैठण तहसील के केकत जलगांव में शनिवार को जिला परिषद स्कूल में लगभग 80 बच्चों की तबीयत अचानक बिगड़ गई. सभी को पौष्टिक आहार के रूप में बिस्किट दिया गया था. बिस्किट खाने के बाद ही बच्चों का जी मिचलाने लगा और उल्टियां होने लगी. इसके बाद अचानक और भी कई बच्चों की तबीयत बिगड़ने लगी. देखते-देखते स्कूल के करीब-करीब सभी बच्चे तबीयत खराब होने की शिकायत करने लगे.
स्कूली बच्चों में फूड प्वाइजनिंग की शिकायत मिलते ही वहां के सरपंच स्कूल पहुंचे और शिक्षकों व अन्य लोगों की मदद से उपलब्ध वाहनों से छात्र-छात्राओं को पाचोड़ के ग्रामीण अस्पताल भेजा गया. फूड प्वाइजनिंग से करीब 257 बच्चों की तबीयत बिगड़ गई. जबकि, केकत जलगांव के जिला परिषद विद्यालय में 296 बच्चे पढ़ते हैं.
बताया जाता है कि शनिवार को ‘हॉफ डे’ होने के कारण बच्चे सुबह करीब आठ बजे विद्यालय आए और लगभग साढ़े आठ बजे शिक्षकों ने बच्चों के बीच पूरक आहार के रूप में बिस्किट का वितरण किया था. इसके बाद पहली से लेकर 7वीं कक्षा तक के सभी बच्चों की तबीयत खराब होने लगी. मौके पर पहुंचे विद्यार्थियों के माता- पिता और परिजनों ने मामले को लेकर रोष भी जताया.
वहीं, ग्रामीण अस्पताल के डॉक्टर बाबा साहेब घुगे का कहना है कि जिला परिषद प्राथमिक विद्यालय में बिस्किट खाकर 257 छात्र फूड प्वाइजनिंग के शिकार हो गए थे. इसमें से ढाई सौ बच्चों को अस्पताल से को छुट्टी दे दी गई थी. रविवार की सुबह सात छात्रों की तबीयत ज्यादा बिगड़ गई. इसलिए उन छात्रों को इलाज छत्रपति संभाजीनगर सिविल अस्पताल में रेफर कर दिया गया है.
स्कूली छात्रों को फूड प्वाइजनिंग होने के बाद रविवार सुबह छत्रपति संभाजी नगर के सांसद संदीपान भुमरे बच्चों को देखने के लिए सिविल अस्पताल में पहुंचे और उन्होंने बच्चों की सेहत को लेकर डॉक्टर से बातचीत की. इसके बाद डॉक्टरों ने कहा कि घबराने की कोई जरूरत नहीं है. बच्चों की हालत ठीक है. सांसद संदीपान भुमरे ने विद्यार्थियों के माता-पिता से बात की और उन्हें बताया कि उनके बच्चे ठीक हैं.