अमेठी: जिले में पिछले 24 घंटे से रुक-रुककर लगातार हो रही बरसात से लोग परेशान हो गए हैं. अब तक 35 मकान जमींदोज हो गए हैं. शाहगढ़ में बरसात के चलते सैकड़ों बीघे धान की फसल डूब गई. मंगलवार को दोपहर तक धूप खिली रही, लेकिन बाद में आसमान पर घने बादल छा गए और जिले भर में झमाझम बारिश हुई. इस बारिश से जहां किसानों के चेहरों पर राहत की मुस्कान लौटी, वहीं कई परिवारों के लिए यह बारिश आफत बनकर भी आई. लगातार हुई बरसात के बाद प्रशासन ने राजस्व कर्मियों से हुए नुकसान का जायजा लेने को कहा है.
रिपोर्ट के मुताबिक, अमेठी तहसील क्षेत्र में सबसे अधिक 18 मकान ढहे. गौरीगंज में 4, मुसाफिरखाना में 5 और तिलोई तहसील में 8 मकानों के गिरने की जानकारी मिली है. इन हादसों में कई परिवार बेघर हो गए हैं. भारी बारिश की वजह से ब्लॉक शाहगढ़ के ग्राम पूरे इबादुल्ला के पूरे चेतऊ और खाखरदेई के बीच के किसानों के सैकड़ों बीघा धान के खेत जलमग्न हो गए. किसानों ने यहां मुआवजा दिलाए जाने की मांग की है. कई जगह गुल हुई बिजली लगातार हो रही बरसात का असर बिजली व्यवस्था पर भी पड़ रहा है. जामों के जोरावरपुर में पिछले 24 घंटे में बिजली के दर्शन नहीं हुए हैं. दरअसल, यहां नहर की पटरी के पास एक खंभा टूट गया है. जिसके चलते बिजली व्यवस्था बहाल नहीं हो पाई.
नोहरेपुर में रास्ते पर जलभराव से ग्रामीण परेशान
शुकुल बाजार संवाद के अनुसार, ग्राम पंचायत बिराहिम बाजगढ़ के नोहरेपुर गांव में प्राथमिक विद्यालय से रानीगंज-शुकुलबाजार मुख्य मार्ग तक जाने वाला संपर्क मार्ग बारिश के चलते जलमग्न हो गया है. संपर्क मार्ग बंद हो जाने से बच्चों का स्कूल जाना, मरीजों को अस्पताल पहुंचाना और सैकड़ों लोगों की रोजमर्रा की आवाजाही बुरी तरह प्रभावित हो रही है. ग्रामीणों ने प्रशासन से जल्द कार्रवाई की मांग की है. वर्षा में अब भी 20 प्रतिशत की कमी जनपद में इस सीजन अब तक 279.04 मिमी बारिश दर्ज की गई है. जबकि सामान्य वर्षा का मानक 350.1 मिमी है. इस तरह वर्षा की कमी 20 प्रतिशत बनी हुई है.
मौसम विभाग के अनुसार, मंगलवार को हुई 19.2 मिमी बारिश से किसानों को आंशिक राहत जरूर मिली, लेकिन कृषि कार्यों के लिए अभी पर्याप्त वर्षा जरूरी है. धान की रोपाई और अन्य खरीफ फसलों के लिए मिट्टी में नमी की कमी अभी पूरी तरह से दूर नहीं हुई है. आने वाले दिनों का मौसम मौसम विभाग ने आगामी दिनों में हल्की से मध्यम बारिश की संभावना जताई है. विभाग के अनुसार, यदि अगले एक-दो सप्ताह में अच्छी वर्षा हो जाती है, तो खरीफ फसलों की स्थिति में सुधार आ सकता है.
वहीं, बारिश की कमी बनी रहने पर किसानों को सिंचाई के वैकल्पिक साधनों पर निर्भर रहना पड़ेगा. प्रशासन की अपील एडीएम अर्पित गुप्ता ने आमजन से अपील की है कि मकानों के आसपास पानी जमा न होने दें और बरसात के दौरान जर्जर या कमजोर इमारतों से दूरी बनाए रखें. ग्रामीण क्षेत्रों में जहां मकान ढहने की घटनाएं हुई हैं, वहां अस्थायी आश्रय की व्यवस्था की जा रही है.