अलग-अलग स्थानों पर बनी चार मौसम प्रणालियों के असर से प्रदेश में रुक-रुककर बारिश हो रही है। शुक्रवार को सुबह साढ़े आठ से शाम साढ़े पांच बजे तक उज्जैन में 55, इंदौर में 36, शिवपुरी में 26, खरगोन में 16, दतिया में छह, गुना एवं नर्मदापुरम में पांच-पांच, भोपाल एवं सीधी में तीन-तीन, सिवनी एवं रतलाम में दो-दो मिलीमीटर बारिश (Rain in MP) हुई।
मौसम विज्ञानियों के मुताबिक शनिवार को इंदौर-उज्जैन संभाग के कुछ जिलों में भारी बारिश के आसार हैं। मध्य प्रदेश के 15 जिलों इंदौर, धार, झाबुआ, अलीराजपुर, बड़वानी, खरगोन, बुरहानपुर, खंडवा, आगर मालवा, देवास, मंदसौर, नीमच, रतलाम, शाजापुर और उज्जैन में भारी बारिश (MP Ka Mausam) हो सकती है।
शेष क्षेत्रों में हल्की से मध्यम स्तर की बारिश हो सकती है। बता दें कि प्रदेश में एक जून से पांच सितंबर की सुबह साढ़े आठ बजे तक सीजन की कुल 1031.2 मिमी बारिश हो चुकी है, जो सामान्य बारिश (823.9 मिमी) की तुलना में 25 प्रतिशत अधिक है।
मौसम विज्ञान केंद्र से मिली जानकारी के अनुसार वर्तमान में गहरा कम दबाव का क्षेत्र उत्तर-पश्चिमी मध्य प्रदेश और उससे लगे राजस्थान पर बना हुआ है। इस मौसम प्रणाली के शनिवार तक आगे बढ़कर राजस्थान और उससे लगे गुजरात पर पहुंचकर अवदाब के क्षेत्र में परिवर्तित होने की संभावना है। मानसून द्रोणिका जैसलमेर से से होकर सीधी, डाल्टनगंज, दीघा से होते हुए बंगाल की खाड़ी तक बनी हुई है।
यहां बना हुआ है चक्रवात
उत्तर-पूर्वी अरब सागर और उससे लगे गुजरात के तट पर हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात बना हुआ है। इस चक्रवात से लेकर बंगाल की खाड़ी तक एक द्रोणिका भी बनी हुई है, जो सौराष्ट्र, दक्षिणी गुजरात, उत्तर-पश्चिमी मध्य प्रदेश से होकर गुजर रही है। मौसम विशेषज्ञ अजय शुक्ला ने बताया कि शनिवार को राजस्थान और उससे लगे गुजरात पर अवदाब का क्षेत्र बन जाएगा।
वर्तमान में बंगाल की खाड़ी एवं अरब सागर से भी लगातार नमी मिल रही है। इस वजह से राजस्थान और गुजरात से लगे इंदौर, उज्जैन संभाग के जिलों में भारी बारिश होने के आसार हैं। इस दौरान कहीं-कहीं अतिभारी बारिश भी हो सकती है। उधर पिछले 24 घंटों के दौरान शुक्रवार सुबह साढ़े आठ बजे तक नौगांव में 80.6, रतलाम में 56, जबलपुर में 29.2, टीकमगढ़ में 24, खंडवा में 21, दतिया में 20.4, सागर में 18.4 मिमी. बारिश हुई।