महाकौशल-विंध्य के सिवनी और बालाघाट में तेज बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया। सिवनी में वैनगंगा नदी का जल स्तर बढ़ने से लखनवाड़ा का पुराना पुल सहित आसपास सड़क, घाट सब कुछ जलमग्न हो गया। दोपहर में बारिश का दौर थमने के बाद वैनगंगा नदी का जलस्तर कुछ घटने लगा।
बालाघाट में भी जोरदार बारिश से घरों में पानी घुस गया। मंडला का नर्मदा तट पर स्थित माहिष्मती घाट और रामनगर का घाट डूब गया। शाम को भी करीब डेढ़ घंटे तेज बारिश हुई है। डिंडौरी में बारिश से मेहंदवानी का धमनी-कुसेरा सड़क टूट गई।
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— India 2047 (@India2047in) July 4, 2025
शहडोल में दोपहर करीब 3.30 बजे तेज बारिश हुई। जबलपुर अन्य जिलों में भी बारिश हुई है। 50 प्रतिशत से अधिक भरा भीमगढ़ बांध सिवनी में संजय सरोवर भीमगढ़ बांध लगातार बारिश से 50 प्रतिशत से अधिक भर चुका है। इसका जलस्तर 514 मीटर तक पहुंच गया है।
बांध के गेट खोलने पर विचार हो रहा है। कुरई क्षेत्र में बहने वाली नेवरी नदी के अलावा कई नदिया-नाले उफान पर हैं। कई गांवों का संपर्क विकासखंड मुख्यालय से टूट गया है।
निचली बस्तियों व कालोनियों में जल भराव के कारण लोगों को समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। तट क्षेत्रों में बाढ़ की स्थिति जिला मुख्यालय से पांच किमी दूर छिंदवाड़ा मार्ग में लखनवाड़ा पर बना पुराना पुल ऊपर नदी की बाढ़ डूब गया।
सुरक्षा की दृष्टि से पुल के दोनों ओर बेरीकेड्स लगाकर पुलिस बल की तैनात की गई है। वैनगंगा नदी के तट पर बसे पुसेरा, बंडोल, छपारा, सुनवारा, मझगवां, केवलारी, उगली क्षेत्र में बाढ़ की स्थिति देखने को मिली।
बालाघाट में नगरीय क्षेत्रों में जलभराव से आक्रोश बालाघाट में लगातार बारिश से नदी-नाले उफान पर आ गए हैं, तो कई स्थानों के मार्ग तक बंद हो गए। तेज बारिश से वैनगंगा नदी का भी जल स्तर लगातार बढ़ता जा रहा है।
नगरीय क्षेत्रों में जल भराव की स्थिति निर्मित होने से कन्हारटोला सहित अन्य वार्डों के लोगों ने बैहर-बालाघाट मार्ग पर कब्रिस्तान के सामने सड़क पर चक्काजाम कर दिया। पुलिस प्रशासन ने समझाइश दी और जेसीबी मशीन से जल निकासी का मार्ग बनाया। बालाघाट में 24 घंटे के दौरान 84 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई है।