अलग-अलग स्थानों पर बनी चार मौसम प्रणालियों के असर से मध्य प्रदेश में रुक-रुककर बारिश होने का सिलसिला जारी है। इसी क्रम में मंगलवार को सुबह साढ़े आठ बजे से शाम साढ़े पांच बजे तक इंदौर में 68, रायसेन में 14, नर्मदापुरम में 10, उज्जैन एवं मंडला में छह, भोपाल (सिटी) में 5.4, बैतूल, गुना, पचमढ़ी, दमोह एवं सिवनी में दो मिलीमीटर बारिश (MP Ka Mausam) हुई।
मौसम विज्ञानियों के अनुसार, बुधवार, गुरुवार को भोपाल, नर्मदापुरम, इंदौर और जबलपुर संभाग के जिलों में बारिश होने के आसार हैं। इस दौरान कहीं-कहीं भारी बारिश भी हो सकती है। शेष क्षेत्रों में गरज-चमक के साथ हल्ली बौछारें पड़ सकती हैं।
मध्य प्रदेश के 24 जिलों भोपाल, विदिशा, सीहोर, राजगढ़, रायसेन, नर्मदापुरम, बैतूल, हरदा, इंदौर, खंडवा, बुरहानपुर, खरगोन, बड़वानी, आलीराजपुर, झाबुआ, धार, जबलपुर, डिंडौरी, मंडला, बालाघाट, छिंदवाड़ा, सिवनी, नरसिंहपुर और कटनी में आज भारी बारिश (MP Heavy Rain) हो सकती है।
गुजरात पर बना हुआ है चक्रवात
मौसम विज्ञान केंद्र से मिली जानकारी के मुताबिक वर्तमान में दक्षिणी ओडिशा में अवदाब का क्षेत्र बना हुआ है। इसके दक्षिणी छत्तीसगढ़ से होते हुए पश्चिम-उत्तर पश्चिम दिशा में आगे बढ़ने की संभावना है। हालांकि यह मौसम प्रणाली बुधवार को कमजोर पड़कर गहरे कम दबाव के क्षेत्र में परिवर्तित हो सकती है। मानसून द्रोणिका दीव, सूरत, नंदुरबार, अमरावती से ओडिशा पर बने अवदाब के क्षेत्र से होकर बंगाल की खाड़ी तक जा रही है। पूर्वोत्तर अरब सागर और उससे लगे गुजरात पर हवा के ऊपरी भाग में चक्रवात बना हुआ है।
दो-तीन दिन तक बना रह सकता है बारिश का सिलसिला
इसके अतिरिक्त विदर्भ पर विरूपक हवाओं का क्षेत्र (शियर जोन) बना हुआ है। मौसम विशेषज्ञ अजय शुक्ला ने बताया कि अलग-अलग स्थानों पर बनी मौसम प्रणालियों के असर से बंगाल की खाड़ी एवं अरब सागर से नमी आ रही है। इस वजह से दक्षिण एवं पश्चिमी मध्य प्रदेश में रुक-रुककर बारिश हो रही है। बारिश का सिलसिला अभी दो-तीन दिन तक बना रह सकता है। बुधवार-गुरुवार को भोपाल, इंदौर, नर्मदापुरम एवं जबलपुर संभाग के जिलों में कहीं-कहीं भारी बारिश भी हो सकती है।
बैतूल में दो इंच से अधिक बारिश, सतपुड़ा जलाशय के पांच गेट खोले
बैतूल जिले में सोमवार रात से शुरू हुई झमाझम वर्षा का दौर मंगलवार देर शाम तक जारी रहा। रुक-रुककर हो रही तेज बारिश से नदी-नालों में भी जल स्तर तेजी से बढ़ने लगा है। सारनी के सतपुड़ा जलाशय में जल स्तर तेजी से बढ़ने लगा है। शाम करीब सात बजे जलाशय में जल स्तर को नियंत्रित करने के लिए पांच गेट दो-दो फीट की ऊंचाई पर खोल दिए गए हैं। इनसे 8500 क्यूसेक पानी तवा नदी में छोड़ा जा रहा है।
सारनी क्षेत्र में मंगलवार को सुबह से तेज वर्षा का दौर रुक-रुककर जारी रहा। बैतूल जिले में पिछले 24 घंटे में दो इंच से अधिक औसत बारिश दर्ज की गई है। सबसे ज्यादा बारिश भीमपुर विकासखंड में 175 मिमी रिकॉर्ड की गई।