मध्य प्रदेश में चार मौसम प्रणालियां सक्रिय हैं। इनके प्रभाव से अलग-अलग क्षेत्रों में बारिश हो रही है। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक, शुक्रवार-शनिवार को ग्वालियर, चंबल, उज्जैन एवं इंदौर संभाग के जिलों में भारी बारिश (Rain in MP) होने की संभावना है। शेष क्षेत्रों में हल्की बारिश हो सकती है। मध्य प्रदेश में रुक-रुककर बारिश (MP Ka Mausam) का सिलसिला तीन दिन तक बना रह सकता है।
मध्य प्रदेश के 23 जिलों अशोकनगर, शिवपुरी, दतिया, गुना, ग्वालियर, मुरैना, श्योपुर, भिंड, इंदौर, धार, झाबुआ, अलीराजपुर, बड़वानी, खरगोन, बुरहानपुर, खंडवा, आगर मालवा, देवास, मंदसौर, नीमच, रतलाम, शाजापुर और उज्जैन में भारी बारिश (MP Heavy Rain Alert) हो सकती है।
एमपी में हवा के ऊपरी भाग में बना हुआ है चक्रवात
गुरुवार सुबह साढ़े आठ बजे से शाम साढ़े पांच बजे तक इंदौर में 60, रतलाम में 53, सतना में 16, रीवा में 14, नरसिंहपुर में 13, नर्मदापुरम एवं जबलपुर में आठ और खजुराहो में छह मिलीमीटर बारिश हुई। मौसम विज्ञान केंद्र से मिली जानकारी के मुताबिक, कम दबाव का क्षेत्र उत्तर-पूर्वी मध्य प्रदेश पर बना हुआ है। दक्षिण-पश्चिमी मध्य प्रदेश पर हवा के ऊपरी भाग में चक्रवात बना हुआ है।
मानसून द्रोणिका जैसलमेर, कोटा, नर्मदापुरम, सिवनी, दुर्ग से छत्तीसगढ़ पर बने कम दबाव के क्षेत्र से होकर बंगाल की खाड़ी तक बनी हुई है। पूर्वोत्तर अरब सागर से लेकर बंगाल की खाड़ी तक भी एक द्रोणिका बनी हुई है, जो सौराष्ट्र, दक्षिणी गुजरात, दक्षिण-पश्चिमी मध्य प्रदेश, उत्तरी छत्तीसगढ़ पर बने कम दबाव के क्षेत्र से होकर जा रही है।
मालवा-निमाड़ और चंबल अंचल में तेज बारिश के आसार
मौसम विशेषज्ञ अजय शुक्ला ने बताया कि अरब सागर एवं बंगाल की खाड़ी से लगातार नमी मिलते रहने के कारण मध्य प्रदेश के अधिकतर जिलों में बारिश हो रही है। शुक्रवार-शनिवार को मालवा-निमाड़ के अलावा चंबल क्षेत्र में भारी बारिश होने की संभावना है। शेष क्षेत्रों में भी हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है।