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हेमंत कैबिनेट के मंत्रियों को मिला पोर्टफोलियोः जानें, किसको मिला कौन-सा विभाग

रांचीः मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने अपने कैबिनेट में 11 मंत्रियों को शामिल करने के कुछ घंटे के भीतर ही पोर्टफोलियो भी तय कर दिया है. मुख्यमंत्री ने अपने पास कार्मिक, प्रशासनिक सुधार एवं राजभाषा विभाग, गृह,कारा विभाग, पथ निर्माण विभाग, भवन निर्माण विभाग, मंत्रिमंडल, सचिवालय एवं निगरानी विभाग और वैसे सारे विभागों को रखा है जो मंत्रियों को आवंटित नहीं किए गए हैं.

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जहां तक मंत्रियों की बात है तो चंपई सोरेन को जल संसाधन विभाग के साथ-साथ उच्च तकनीकी शिक्षा विभाग दिया गया है. इस सरकार में पहली बार कैबिनेट में शामिल बैद्यनाथ राम को स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग के अलावा उत्पाद एवं मद्य निषेध विभाग सौंपा गया है. मंत्री इरफान अंसारी को ग्रामीण विकास विभाग, ग्रामीण कार्य विभाग और पंचायती राज विभाग दिया गया है. ये सारे विभाग पूर्व में आलमगीर आलम के पास थे.

वहीं मंत्री बनीं दीपिका पांडे सिंह को कृषि पशुपालन एवं सहकारिता विभाग के साथ-साथ आपदा प्रबंधन विभाग भी दिया गया है. पूर्व में बादल पत्रलेख के पास कृषि विभाग और बन्ना गुप्ता के पास आपदा प्रबंधन विभाग था. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने वरीयता के आधार पर डॉ. रामेश्वर उरांव को वित्त विभाग, योजना एवं विकास विभाग, वाणिज्य कर विभाग के अलावा संसदीय कार्य विभाग की जिम्मेदारी दी है. राजद कोटे के मंत्री सत्यानंद भोक्ता के पास पूर्व की तरह श्रम, नियोजन, प्रशिक्षण एवं कौशल विभाग के अलावा उद्योग विभाग रहेगा. झामुमो के दीपक बिरुआ अनुसूचित जनजाति, अनुसूचित जाति एवं पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग के अलावा परिवहन विभाग की जिम्मेदारी संभालेंगे.

सबसे खास बात है कि बन्ना गुप्ता को स्वास्थ्य, चिकित्सा शिक्षा एवं परिवार कल्याण विभाग के साथ-साथ खाद्य, सार्वजनिक वितरण एवं उपभोक्ता मामले विभाग भी दिया गया है. इससे पहले उपभोक्ता मामले विभाग की जिम्मेदारी डॉ. रामेश्वर उरांव के पास थी. झामुमो कोटे के मंत्री मिथिलेश ठाकुर के पास यथावत पेयजल एवं स्वच्छता विभाग रहेगा जबकि हफीजुल हसन अल्पसंख्यक कल्याण विभाग, निबंधन विभाग, पर्यटन, कला संस्कृति, खेलकूद एवं युवा कार्य विभाग के साथ-साथ नगर विकास एवं आवास विभाग की भी जिम्मेदारी संभालेंगे. वहीं बेबी देवी को महिला, बाल विकास एवं सामाजिक सुरक्षा विभाग की जिम्मेदारी दी गई है. पूर्व में यह विभाग जोबा मांझी के पास था. पोर्टफोलियो के लिहाज से देखें तो कांग्रेस के खाते में वित्त, स्वास्थ्य, खाद्य आपूर्ति, ग्रामीण विकास और कृषि विभाग गया है. शेष सभी प्रमुख विभाग झामुमो के पास रहेगा.

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