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पुलिस कस्टडी में चाचा के श्राद्ध कर्म में शामिल हुए हेमंत सोरेन, नए लुक में दिखे पूर्व सीएम

झारखंड हाई कोर्ट के आदेश पर रांची के बिरसा मुंडा केंद्रीय कारागार में बंद पूर्व सीएम हेमंत सोरेन आज पुलिस कस्टडी में अपने चाचा के श्राद्ध कर्म में शामिल होने अपने पैतृक गांव रामगढ़ नेमड़ा पहुंचे. इस दौरान उनका लुक बदला हुआ नजर आया. वे बढ़ी हुई दाढ़ी में नजर आए.

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पैतृक आवास पहुंचे हेमंत सोरेन की कुछ तस्वीरें उनकी पत्नी कल्पना सोरेन ने सोशल मीडिया पर जारी की हैं, जिसमें हेमंत सोरेन अपने माता-पिता के साथ-साथ परिवार के अन्य सदस्यों से भी मिल रहे हैं. पिता शिबू सोरेन से आशीर्वाद लेते हेमंत सोरेन की तस्वीर में बढ़ी हुई दाढ़ी नया लुक दिखा रही है, जो कहीं न कहीं इस बात का संकेत दे रही है कि वे अपने पिता के नक्शेकदम पर चल रहे हैं.

इससे पहले आज सुबह हेमंत सोरेन को नेमड़ा जाने के लिए जेल से बाहर निकाला गया. जेल के बाहर उनकी पत्नी कल्पना सोरेन रांची से नेमड़ा तक उनके साथ रहीं.

पूर्व मुख्यमंत्री शिबू सोरेन के बड़े भाई राजाराम सोरेन का लंबी बीमारी के बाद 27 अप्रैल 24 को रांची में निधन हो गया था, जिसके बाद उनका पार्थिव शरीर रांची से उनके पैतृक घर नेमड़ा लाया गया था.

कोर्ट से जमानत नहीं मिलने के कारण पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन अपने बड़े पिताजी के दाह संस्कार में शामिल नहीं हो सके थे. लेकिन एक दिन की सशर्त अनुमति मिलने के बाद आज दिशोम गुरु शिबू सोरेन के बड़े भाई राजाराम सोरेन के श्राद्ध कर्म में पूरे परिवार के साथ हेमंत सोरेन पैतृक आवास नेमड़ा पहुंचे.

https://twitter.com/HemantSorenJMM/status/1787357902115918252?t=mktWQPYR9H18BabWb7BIpA&s=19

झारखंड हाईकोर्ट के आदेश पर अपने चाचा के श्राद्धकर्म में शामिल होने पहुंचे पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन आज वापस रांची स्थित बिरसा मुंडा केंद्रीय कारागार लौट जाएंगे. झारखंड हाईकोर्ट ने एक दिन की सशर्त प्रोविजनल बेल मंजूर की है. हाईकोर्ट के आदेश के मुताबिक पुलिस हिरासत में अपने पैतृक गांव जाते समय उन्हें मीडिया से दूर रहना होगा.

गौरतलब है कि हेमंत सोरेन ने ईडी कोर्ट से 13 दिनों की औपबंधिक जमानत की मांग की थी, जिसे कोर्ट ने खारिज कर दिया था. इसके बाद झारखंड हाईकोर्ट में गुहार लगाई गई थी. बता दें कि हेमंत सोरेन को 31 जनवरी को जमीन घोटाले के आरोप में ईडी ने गिरफ्तार किया था, जिसके बाद उन्हें मुख्यमंत्री की कुर्सी छोड़नी पड़ी थी. फिलहाल वे रांची स्थित प्रवर्तन निदेशालय की विशेष अदालत के आदेश पर न्यायिक हिरासत में हैं.

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