हिज्बुल्लाह कमांडर इब्राहिम अकील बेरूत में इजरायली हवाई हमले में मारा गया है. लेबनान के आंतकवादी समूह के एक करीबी सूत्र ने न्यूज एजेंसी एएफपी को इसकी जानकारी दी है. सूत्र ने अकील की पहचान हिज्बुल्लाह की राडवान फोर्स के कमांडर के रूप में की है.
वह फुआद शुक्र के बाद हिजबुल्लाह आर्मड फोर्सेस का दूसरा सबसे प्रमुख कमांडर था. फुआद को जुलाई में आईडीएफ हमले में मार दिया गया था. सऊदी अल-हदथ चैनल ने भी हिज्बुल्लाह के एक करीबी सूत्र से पुष्टि की है कि इब्राहिम अकील को खत्म कर दिया गया है.
इमाद मुगनियेह हिज्बुल्लाह का सैन्य कमांडर-इन-चीफ था. उसे 2008 में इजराइल ने मार दिया था. फुआद शुक्र ने उसकी जगह ली थी. जुलाई 2024 में उसे भी मार दिया गया. फिर इब्राहिम अकील ने उसकी जगह ली और आज इजरायल ने उसे भी मार गिराया.
इससे पहले लेबनान के आतंकवादी समूह हिज्बुल्लाह ने शुक्रवार को उत्तरी इजरायल पर 140 रॉकेट दागे. एक दिन पहले ही आतंकवादी समूह के लीडर हसन नसरल्ला ने इजरायल से पेजर धमाकों का बदला लेने की कसम खाई थी. इजरायली सेना और आतंकवादी समूह ने इसकी जानकारी दी.
हिज्बुल्लाह ने इजरायल पर दागे रॉकेट
इजराइल की सेना ने कहा कि रॉकेट शुक्रवार दोपहर को लेबनान के साथ सीमा पर साइटों को निशाना बनाकर दागे गए. हिज्बुल्लाह ने कहा कि उसने कात्युशा रॉकेट (Katyusha Rocket) से सीमा पर कई साइटों को निशाना बनाया, जिसमें कई एयर डिफेंस बेस के साथ-साथ इजरायली आर्मर्ड ब्रिगेड का मुख्यालय भी शामिल है.
मंगलवार और बुधवार को हुए धमाकों से लेबनान दहल उठा. पहले दिन लेबनान की राजधानी बेरूत समेत देश के कई हिस्सों में कम्यूनिकेशन के लिए इस्तेमाल होने वाले 5,000 पेजर में ब्लास्ट हुआ. इस हमले में 12 लोग मारे गए और लगभग 3,000 लोग घायल हो गए.
फोन के इस्तेमाल को लेकर लेबनान में चिंता
दूसरे दिन भी दक्षिणी बेरूत और लेबनान के अन्य हिस्सों में वॉकी-टॉकी में विस्फोट हुआ जिसमें 20 लोग मारे गए और 450 से ज्यादा घायल हुए. इन हमलों के लिए लेबनान के लड़ाका समूह हिज्बुल्लाह ने इजरायल को जिम्मेदार बताया है. सिलसिलेवार हमलों से लेबनान के लोग फोन जैसे इलेक्ट्रॉनिक सामानों के इस्तेमाल और देश की सुरक्षा को लेकर चिंतित हो गए हैं.