इटावा :-जिले में शनिवार को उस समय बड़ा हादसा होते-होते टल गया जब आईटीआई के पास दो निजी डबल डेकर बसें आपस में टकरा गईं। इस घटना से पूरे इलाके में हड़कंप मच गया। हादसे के वक्त दोनों बसों में 100 से भी ज़्यादा यात्री सवार थे, जिससे स्थिति और भी गंभीर हो गई थी। गनीमत यह रही कि किसी भी यात्री के गंभीर रूप से हताहत होने की सूचना नहीं है, लेकिन इस घटना के बाद यात्रियों में ज़बरदस्त अफरा-तफरी का माहौल बन गया.
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, बसों की रफ़्तार काफ़ी तेज़ थी और वे संकरी सड़क पर एक-दूसरे से आगे निकलने की कोशिश कर रही थीं.इसी दौरान नियंत्रण खो जाने के कारण दोनों बसें आपस में टकरा गईं.टक्कर इतनी ज़ोरदार थी कि यात्रियों को घंटों तक बसों में ही फंसे रहना पड़ा। यह स्थिति यात्रियों के लिए बेहद परेशानी भरी रही.
हादसे के बाद यात्रियों में सबसे ज़्यादा नाराज़गी इस बात को लेकर थी कि किसी भी ट्रेवल्स कंपनी ने उनका किराया वापस नहीं किया। यात्रियों का आरोप है कि उन्हें उनके गंतव्य तक पहुंचाने की कोई व्यवस्था नहीं की गई और न ही उन्हें उनके टिकट का पैसा लौटाया गया। इस अनदेखी से यात्रियों का गुस्सा और भी बढ़ गया, और वे अपनी नाराज़गी खुलकर ज़ाहिर करते दिखे.
घटना की सूचना मिलते ही स्थानीय पुलिस तुरंत मौके पर पहुँची और स्थिति को संभाला। पुलिस ने दोनों क्षतिग्रस्त बसों को सिविल लाइन थाने ले जाया गया. पुलिस ने तत्काल प्रभाव से दोनों बस चालकों और ट्रेवल्स कंपनियों के ज़िम्मेदारों से पूछताछ शुरू कर दी है। पुलिस का कहना है कि वे पूरे मामले की गहनता से जांच कर रही है और यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि लापरवाही किसकी तरफ से हुई.
इस हादसे के बाद यात्रियों ने ज़ोरदार मांग की है कि ट्रेवल्स कंपनियों के खिलाफ़ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए.उन्होंने यह भी अपील की है कि प्रशासन भविष्य में ऐसी लापरवाहियों को रोकने के लिए कड़े दिशा-निर्देश जारी करे, ताकि यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके और ऐसी घटनाएं दोबारा न हों.