अमेरिका स्थित शॉर्ट सेलर कंपनी हिंडनबर्ग रिसर्च (Hindenburg Research Shutting Down) , जिसने अदाणी समूह सहित कई व्यावसायिक संस्थाओं को निशाना बनाया था, अब बंद होने जा रही है. इसकी घोषणा खुद इसके संस्थापक नैट एंडरसन ने की है.नैट एंडरसर ने हिंडनबर्ग वेबसाइट पर एक नोट लिखकर कहा है कि मैंने हिंडनबर्ग रिसर्च को खत्म करने का निर्णय लिया है. हिंडनबर्ग के बंद होने की खबरों के बीच भारतीय जनता पार्टी ने कांग्रेस पर निशाना साधा है.बीजेपी ने कहा है कि कांग्रेस उन लोगों का साथ देती है जो भारत के खिलाफ झूठ फैलाने का काम करते हैं.
बीजेपी प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने कहा कि खबर ये आई है कि हिंडनबर्ग ने अपनी दुकान बंद कर ली है. एक बात तो स्पष्ट है कि हिंडनबर्ग एक टारगेट सुपारी लेकर भारत की अर्थव्यवस्था को बर्बाद करने और निजी मुनाफा कमाने की मंशा से काम कर रहा था. पर हिंडनबर्ग की बोतों को किस प्रकार से गोस्पेल की तरह अपनाने का काम कुछ राजनीतिक दल और उनके इकोसिस्टम ने किया, ये किसी से छिपा नहीं है. हिंडनबर्ग पर अमेरिका में भी जांच जारी है.
#WATCH | On Hindenburg Research disbanding, BJP Spokesperson Shehzad Poonawalla says, "What is evident from the news that has just emerged that Hindenburg has shut down its shop, then it was nothing more than a motivated, sponsored, organised and targeted attack directed to… pic.twitter.com/tFCgeDXn1g
— ANI (@ANI) January 16, 2025
उन्होंने आगे कहा कि हिंडनबर्ग की रिपोर्ट पर सुप्रीम कोर्ट ने भी फटकार लगाई और उनकी रिपोर्ट को दरकिनार करते हुए ये भी कहा था कि कि इनकी एक्टिविटी की जांच होनी चाहिए. भारत के निवेशकों के लाखों करोड़ों रुपये हिंडनबर्ग की रिपोर्ट ने बर्बाद की है. पर यहां पर कुछ राजनीतिक दल खासकर राहुल गांधी एक पार्टी और एक व्यक्ति के विरोध में उतरते उतरते भारत की इकोनॉमी और भारत के स्टेट के खिलाफ उतर गए. और अपने निवेशी पार्टनर हिंडनबर्ग का सहारा लेते हुए झूठे और अनर्गल आरोप लगाते हुए भारत की अर्थव्यवस्था को इकोनॉमिक एनार्की की तरफ ले जानी की कोशश कर रहे हैं.