जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकी हमले के बाद से ही पाकिस्तान और भारत के बीच रिश्तों में तकरार देखने को मिल रही है. भारत ने इस हमले को लेकर पाकिस्तान को जिम्मेदार बताया है. इसके साथ ही पाकिस्तान को सबक सिखाने के लिए कई बड़े फैसले लिए हैं, इन्हीं में से एक फैसला 48 घंटों के भीतर पाकिस्तानियों को भारत छोड़ना होगा. भारत के इस फैसले के बाद से ही बॉर्डर पाकिस्तानियों की भीड़ लगी है. तो वहीं पाकिस्तान से भारत आए हिंदुओं के लिए कोई टेंशन लेने की जरूरत नहीं है, क्योंकि उन्हें वापस नहीं जाना होगा.
सरकार ने स्पष्ट किया कि जिन हिंदुओं को लंबे समय के लिए वीजा दिया गया था. उन्हें चिंता करने की जरूरत नही है. विदेश मंत्रालय की तरफ से स्पष्ट तौर पर कहा गया कि जिन पाकिस्तानी हिंदुओं को लॉन्ग टर्म वीजा जारी किए गए हैं, उन्हें वापस नहीं जाना होगा. सरकार की तरफ से जारी इस जानकारी के बाद कई लोगों ने राहत की सांस ली है.
पिछले कुछ समय से पाकिस्तान से बड़ी संख्या में हिन्दू पलायन कर भारत आए हैं और यहां की नागरिकता के लिए आवेदन कर रहे हैं. बता दें कि देश के कई राज्यों में पाकिस्तान से पलायन कर हिंदू रह रहे हैं. सरकार के आदेश के बाद ये सभी टेंशन में आ गए थे.
क्या है भारत सरकार का आदेश?
भारत सरकार ने पाकिस्तान को सबक सिखाने की कसम खा ली है. यही कारण है कि सिंधु नदी का पानी रोकने के साथ ही भारत में रह रहे सभी पाकिस्तानियों को 48 घंटों के भीतर भारत छोड़ने का आदेश दिया गया था. इस आदेश के बाद मानों पाकिस्तानियों की तो नींद उड़ गई. ऐसा इसलिए क्योंकि कई लोग वहां से भारत सिर्फ इलाज के लिए आते हैं. सरकार के अल्टीमेटम के बाद से ही बॉर्डर पर पाकिस्तान लौटने वालों की भीड़ देखने को मिल रही है.
क्या बोले पाकिस्तानी?
कराची से भारत आये एक परिवार ने कहा कि 45 दिन के वीजा पर भारत आए थे लेकिन अब वापिस दुख के साथ लौट रहे हैं. इस पाकिस्तानी परिवार ने कहा कि हम कराची से 15 तारीख को आए थे. 45 दिन का वीजा था, लेकिन अब जो भारत सरकार का आदेश आया है तो हम वापिस अपने वतन जा रहे हैं, जो हुआ गलत हुआ है, मगर ये नहीं कह सकते कि किसने किया, या किसके कहने पर हुआ.