मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल की शुरुआत हो गई है. सोमवार को जहां मोदी कैबिनेट की पहली बैठक हुए बड़े फैसले हुए, वहीं सबकी निगाहें इस पर टिकी थीं कि इस बार सरकार में किस मंत्री को कौन सा मंत्रालय मिलेगा. शाम करीब सात बजे तक इसकी भी तस्वीर साफ होने लगीं और मंत्रालय बंटवारे में जो पहला नाम आया, वह नितिन गडकरी का था. इसके अलावा मनोहर लाल खट्टर, शिवराज सिंह चौहान और चिराग पासवान नए चेहरे हैं जो इस मंत्रालय में साबित हुए हैं.
नितिन गडकरी फिर बने सड़क परिवहन मंत्री
नितिन गडकरी को एक बार फिर सड़क परिवहन मंत्रालय मिला है. उनके साथ इस मंत्रालय के लिए दो राज्य मंत्री बनाए गए हैं. इनमें एक अजय टमटा और एक हर्ष मल्होत्रा शामिल हैं.
मनोहर लाल खट्टर को ऊर्जा मंत्रालय
मनोहर लाल खट्टर को ऊर्जा मंत्रालय दिया गया है. इसके साथ ही उन्हें शहरी विकास मंत्रालय की जिम्मेदारी सौंपी गई है. खट्टर हरियाण के पूर्व सीएम हैं और उन्होंने पहली बार लोकसभा चुनाव लड़कर जीता है. श्रीपद नाईक को इन विभागों का राज्य मंत्री नियुक्त किया गया है.
कृषि मंत्री बने शिवराज सिंह चौहान
मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को कृषि एवं किसान कल्याण और पंचायत एवं ग्रामिण विकास मंत्रालय की जिम्मेदारी सौंपी गई है. वहीं, लखनऊ से लगातार सांसद बनते आ रहे बीजेपी के वरिष्ठ नेता राजनाथ सिंह को एक बार फिर रक्षा विभाग की जिम्मेदारी दी गई है.
निर्मला सीतारमण फिर बनीं वित्त मंत्री
निर्मला सीतारमण को फिर वित्त मंत्रालय की जिम्मेदारी सौंपी गई है. इसके साथ ही हिंदुस्तान आवाम मोर्चा के इकलौते सांसद और मोदी कैबिनेट के सबसे वरिष्ठ सदस्य (79) जीतन राम मांझी को सूक्ष्म लघु एवं मध्यम उद्योग मंत्रालय की जिम्मेदारी दी गई है. उनके इस विभाग में शोभा करंदलाजे को राज्य मंत्री बनाया गया है.
जल शक्ति मंत्रालय संभालेंगे सीआर पाटिल
सीआर पाटिल को जल शक्ति विभाग दिया गया है. वहीं धर्मेंद्र प्रधान को शिक्षा विभाग की जिम्मेदारी दी गई है. वहीं जेडीएस के कुमारस्वामी को भारी उद्योग और इस्पात मंत्री बनाया गया है.
जेपी नड्डा को मिला स्वास्थ्य मंत्रालय का जिम्मा
बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष रहे जेपी नड्डा इस बार मंत्रिमंडल में शामिल किए गए हैं. उनके जिम्मे एक बार फिर स्वास्थ्य मंत्रालय आया है. वह 2014 में पीएम मोदी के पहले कार्यकाल में भी स्वास्थ्य मंत्रालय संभाल चुके हैं.
हरदीप सिंह पुरी फिर बने पेट्रोलियम मंत्री
हरदीप सिंह पुरी भी अपने पुराने मंत्रालय का ही जिम्मेदारी संभालते नजर आएंगे. उनके पास पहले भी पेट्रोलियम मंत्रालय था. इसके अलावा पहले वह मोदी सरकार में उड्डयन मंत्री भी रह चुके हैं और शहरी विकास मंत्रालय का पद भी संभाल चुके हैं.