उदयपुर: वल्लभनगर थाना पुलिस ने ब्लैकमेल कर फिरौती मांगने वाली एक सक्रिय गैंग का पर्दाफाश करते हुए तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है. यह गैंग कुंवारे या विधुर व्यक्तियों को निशाना बनाती थी, उनसे दोस्ती कर एकांत में बुलाती और फिर दुष्कर्म के झूठे मामले में फंसाने की धमकी देकर नकदी, जेवर व वाहन छीन लेती थी.
घटना 15 मई, 2025 को सामने आई जब करणपुर निवासी गोपी लाल गुर्जर ने रिपोर्ट दर्ज कराई कि एक महिला ने उन्हें मिलने के लिए वल्लभनगर बुलाया. रास्ते में गैंग के सदस्यों ने उनसे मारपीट कर मोबाइल, मोटरसाइकिल, सोने के आभूषण और 11,500 रुपये छीन लिए. उन्हें बंधक बनाकर 5 लाख रुपये की फिरौती मांगी गई.
मामले की गंभीरता को देखते हुए जिला पुलिस अधीक्षक योगेश गोयल के निर्देश पर एएसपी अंजना सुखवाल और डीएसपी राजेन्द्र सिंह जैन के नेतृत्व में टीमों का गठन किया गया। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज और साइबर सेल की मदद से आरोपियों का पता लगाया। फिरौती की रकम लेने पहुंचे गैंग के सदस्यों को पुलिस ने सादे कपड़ों में घेराबंदी कर दबोच लिया.
गिरफ्तार आरोपियों में गैंग का मुख्य सरगना दशरथ सिंह उर्फ शैतान सिंह (34, निवासी अगोरिया), मोती लाल डांगी (34, निवासी काट का कुआं) और दीपक भाट (27, निवासी केवलपुरा) शामिल हैं। इनके पास से छीने गए सोने के आभूषण और घटना में प्रयुक्त रॉयल एनफील्ड मोटरसाइकिल जब्त की गई। पूछताछ में आरोपियों ने 6 आदमी और 1 महिला के साथ मिलकर गैंग बनाकर वारदात करने की बात कबूली है। अन्य आरोपियों की तलाश जारी है। गिरफ्तार आरोपियों का आपराधिक रिकॉर्ड भी है.
पुलिस के अनुसार, यह गैंग पहले महिला सदस्य से दोस्ती करवाती है, फिर सुनसान जगह पर बुलाकर दुष्कर्म के मुकदमे की धमकी देती है। फिरौती न देने पर पीड़ितों से उनके गहने, पैसे, मोबाइल और वाहन छीन लिए जाते हैं, और उन्हें अगवा कर किसी रिश्तेदार को फोन करने पर मजबूर किया जाता है, जो गैंग का ही छिपा हुआ सदस्य होता है। यह सदस्य पीड़ित को भरोसा दिलाता है कि वह फिरौती मांगने वालों को जानता है और मामले को निपटा देगा, जिससे पीड़ित फिरौती की रकम गैंग तक पहुंचा देता है.