इटावा:- गाजीपुर-बांद्रा एक्सप्रेस में एक गंभीर घटना सामने आई है, जहां ड्यूटी पर तैनात जीआरपी सिपाही नीतू सिंह के साथ पैंट्री कार कर्मचारियों ने मारपीट कर उनकी सर्विस पिस्टल और कैमरा छीन लिया. घटना तब हुई जब सिपाही ने पैंट्री कार में महिलाओं को अवैध रूप से यात्रा करवाने का विरोध किया.
घटना महेरा चुंगी रेलवे फाटक के पास हुई, जहां आरोपियों ने दो बार चेन पुलिंग कर ट्रेन रोकी और कुछ लोग फरार हो गए. हालांकि, पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए पैंट्री कार मैनेजर अपरबल और उपेंद्र को गिरफ्तार कर लिया है. अन्य 7-8 फरार आरोपियों की तलाश जारी है.
घायल सिपाही को जिला अस्पताल में मेडिकल परीक्षण के लिए ले जाया गया. नीतू सिंह ने बताया कि वह कानपुर से आगरा रूट पर ड्यूटी कर रहे थे और ट्रेन में किसी भी घटना की जिम्मेदारी जीआरपी की होती है. जीआरपी सीओ की अगुवाई में पुलिस टीम ने मौके पर पहुंचकर कार्रवाई की.
सिपाही ने बताया जब हम ट्रेन की पैंट्री कार में गए तो वहां देखा की बड़ी तादाद में महिलाएं इसमें अवैध रूप से सफ़र कर रही थी. इस बात का पैंट्री कार वालों से मना किया गया कि, महिलाओं को इसमें सफ़र न करने दें क्योंकि अगर उनके साथ कोई छेड़खानी या घटना घटित हुई तो उसकी जिम्मेदारी हम लोगों की होगी. लेकिन पैंट्री कार वाले इस पर आग बबूला हो उठे और उन लोगों ने कहा हम रेलवे को पैसा देते हैं। हम जिसको चाहेंगे उसको अपने साथ लेकर जाएंगे.
इस बात की मना करने पर जब मैं कैमरा ऑन किया तो उन्होंने हमारा कैमरा छीन लिया और हमारे साथ कई लोगों ने मिलकर ट्रेन के अंदर मारपीट की. जिससे मेरे चोटे भी आई है और वर्दी भी फट गई है. इस घटना की जानकारी राजकीय रेलवे पुलिस को दी गई, इसके बाद एक दो लोगों को जीआरपी पुलिस ने हिरासत में ले लिया बाकी लोग भागने में सफल हुए.