इटावा/जसवंतनगर: आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे पर नगला बनी के पास सोमवार सुबह एक दर्दनाक सड़क दुर्घटना में पांच कांवड़िये गंभीर रूप से घायल हो गए. यह हादसा उस समय हुआ जब कांवड़ियों की इको कार आगे चल रहे एक ट्रक से टकरा गई. घटना एक्सप्रेसवे पर थाना चौबिया क्षेत्र के अंतर्गत चैनल नंबर 122 पर बनी हरदू गांव के पास सुबह करीब 5:00 बजे हुई.ये सभी कांवड़िये सौरिख से चौपला कट होते हुए जसवंतनगर तक कांवड़ यात्रा के लिए जा रहे थे, लेकिन नियति को कुछ और ही मंजूर था.
प्राथमिक जानकारी के अनुसार, दुर्घटना का मुख्य कारण ट्रक द्वारा अचानक ब्रेक लगाना बताया जा रहा है, जिससे पीछे से आ रही कांवड़ियों की कार अनियंत्रित होकर उसमें जा घुसी. टक्कर इतनी भीषण थी कि इको कार का अगला हिस्सा पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया.कार में सवार पांचों यात्री बुरी तरह घायल हो गए, जिनमें से चालक की हालत गंभीर बताई जा रही है.
घायलों की पहचान बृजमोहन पुत्र विजय सिंह (चालक), अमन वर्मा पुत्र सूरज सिंह, ओमवीर पुत्र अशर्फीलाल, ऋषभ पुत्र ओमप्रकाश और धीरेंद्र पुत्र योगेंद्र सिंह के रूप में हुई है। ये सभी जसवंतनगर थाना क्षेत्र के हरकुपुर गांव के निवासी हैं.हादसे के बाद चालक बृजमोहन कार में ही फंस गया, जिससे उसकी जान पर बन आई थी.
राहगीरों ने तत्काल घटना की सूचना पुलिस को दी। सूचना मिलते ही पुलिस की पीआरबी 1612 के जवान राजीव कुमार और अंकित साहू तत्काल घटनास्थल पर पहुँचे.उन्होंने बिना देर किए बचाव अभियान शुरू किया और बड़ी मशक्कत के बाद गंभीर रूप से घायल चालक बृजमोहन को क्षतिग्रस्त कार से बाहर निकाला.पुलिस ने तुरंत यूपीडा की एंबुलेंस बुलाई और सभी घायलों को इलाज के लिए सैफई पीजीआई अस्पताल में भर्ती कराया, जहाँ उनका उपचार चल रहा है.
पुलिसकर्मी राजीव कुमार ने बताया कि कार सवार ये कांवड़िये इटावा-फर्रुखाबाद मार्ग से आ रहे थे.वे चौपला में अन्य कांवड़ियों से मिलने वाले थे, जिसके बाद उन्हें जसवंतनगर तक अपनी कांवड़ यात्रा पूरी करनी थी.हालांकि, चौपला पहुँचने से पहले ही वे इस भीषण दुर्घटना का शिकार हो गए. पुलिस द्वारा की गई प्रारंभिक जाँच में सामने आया है कि दुर्घटना के समय कार की रफ्तार लगभग 110 किलोमीटर प्रति घंटा थी। इसके अलावा, चालक ने सीट बेल्ट भी नहीं लगाई हुई थी, जिसे हादसे की गंभीरता का एक प्रमुख कारण माना जा रहा है.
घायलों को अस्पताल भेजने और आवश्यक कार्यवाही पूरी करने के बाद, क्षतिग्रस्त कार को एक्सप्रेसवे से हटा दिया गया ताकि यातायात सामान्य रूप से चालू हो गया.