मध्य प्रदेश : जबलपुर जिले के गढ़ा थाना क्षेत्र अंतर्गत स्मार्ट सिटी अस्पताल के संचालक डॉ. अमित खरे का आतंक थमने का नाम नहीं ले रहा है.अब गुर्गे खुलेआम एम्बुलेंस संचालकों को फोन पर धमकी दे रहे हैं कि मरीजों को सिर्फ स्मार्ट सिटी अस्पताल में ही भर्ती करो, वरना गंभीर नतीजे भुगतने होंगे.इन धमकियों के कई ऑडियो क्लिप्स सोशल मीडिया पर वायरल हो चुके हैं, जिसने पूरे शहर में सनसनी फैला दी है.
सोशल मीडिया पर मचा हड़कंप-
वायरल हुए ऑडियो में साफ-साफ सुना जा सकता है कि गुर्गे एम्बुलेंस चालकों को दबाव में ले रहे हैं और मेडिकल या अन्य अस्पताल की तरफ जाने पर गंभीर अंजाम भुगतने की चेतावनी दे रहे हैं.इन ऑडियो ने न केवल स्वास्थ्य सेवाओं की पोल खोल दी है बल्कि यह भी साफ कर दिया है कि जबलपुर में इलाज अब माफिया राज के कब्जे में है.
पुलिस तक पहुंची धमकी की गूंज-
जैसे ही ऑडियो वायरल हुए, वे सीधे पुलिस अधिकारियों तक पहुंचे.मामला गंभीर मानते हुए पुलिस ने जांच शुरू कर दी है. ऑडियो में गुर्गे साफ तौर पर गंदी-गंदी गालियों के साथ दमोह और नरसिंहपुर जिले के एम्बुलेंस संचालकों को धमकाते हुए मारपीट और जान से मारने की धमकी देते सुनाई दे रहे है.
जनता में आक्रोश, प्रशासन मौन-
शहरवासियों का कहना है कि यह केवल कानून-व्यवस्था का मसला नहीं, बल्कि मरीजों की जिंदगी से खिलवाड़ है। जब अस्पताल संचालक और उसके लोग यह तय करने लगें कि किसे कहाँ भर्ती होना है, तो गरीब और लाचार मरीजों की जिंदगी किसके भरोसे है?
पुराने घोटालों की छाया-
गौरतलब है कि अमित खरे का विवादों से गहरा नाता रहा है। आयुष्मान कार्ड फर्जीवाड़ा और एप्पल अस्पताल घोटाले की काली छाया अब भी लोगों के ज़ेहन में ताजा है। ऐसे में एक बार फिर उसका नाम सामने आने से सवाल उठ रहे हैं कि क्या पुलिस इस बार माफिया राज पर नकेल कसेगी या फिर मामला पुराने मामलों की तरह ठंडे बस्ते में चला जाएगा.
पुलिस कप्तान का कहना दोषियों पर होगी सख्त कार्रवाई-
ऑडियो क्लिप्स की जांच की जा रही है। जिन नंबरों से धमकी दी गई है, उनकी कॉल डिटेल निकाली जा रही है.मामले में यदि अस्पताल संचालक या उनके गुर्गों की संलिप्तता साबित होती है, तो सख्त कार्रवाई की जाएगी.
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