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मेढक का जहर कितना खतरनाक, जिसने एक्ट्रेस की ले ली जान? जानें कैसे काम्बो प्रक्रिया बनी जानलेवा

अमूमन माना जाता है कि इंसानों को मेढक से किसी तरह का खतरा नहीं होता, लेकिन हालिया घटना इस सोच को बदल रही है. मेक्सिको की एक्ट्रेस मार्सेला रोड्रिग्ज के साथ कुछ ऐसा हुआ है जो सवाल खड़ा करता है कि मेढक का जहर कितना खतरनाक हो सकता है. मीडिया रिपोर्ट में दावा किया गया है कि मार्सेला की हालत 1 दिसम्बर को खराब होना शुरू हुई जब वो काम्बो प्रक्रिया का हिस्सा बनी थींं.

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यह खास तरह की प्रक्रिया है, जो दक्षिण अमेरिका में प्रचलित है. जिसके जरिए शरीर में मंकी फ्रॉग का जहर पहुंचाया जाता है.इस प्रक्रिया के बाद ही पहले उल्टियां हुईं औार फिर डायरिया के कारण हालात बिगड़े. जानिए क्या है काम्बो प्रक्रिया, मंकी फ्रॉग का जहर कितना जानलेवा है और क्या वाकई में यह शरीर को फायदा पहुंचाता है.

क्या है काम्बो?

काम्बो का चलन दक्षिण अमेरिकी में रहा है. यहां के लोग सदियों से इस प्रक्रिया को अपनाते आए हैं. हालांकि, यह जान को जोखिम में भी डाल सकता है. हेल्थलाइन की रिपोर्ट में दावा किया गया है, मेढक की एक खास प्रजाति है मंकी फ्रॉग. इस मेढक के शरीर से एक जहरीला पदार्थ निकलता है. यह जहरीला पदार्थ उसे शिकारियों से बचाने का काम करता है. जो भी उसे खाने की कोशिश करता है इस जहर से उसकी मौत हो जाती है. दक्षिण अमेरिका के लोगों में मान्यता है कि इस जहरीले पदार्थ को स्किन के जरिए शरीर में पहुंचाने से कई तरह के फायदे मिलते हैं.

स्थानीय लोगों का दावा है कि यह बुरा समय खत्म करता है. यह शरीर से जहरीले तत्वों को बाहर निकालता है. दावा यह भी किया जाता है कि इससे अल्जाइमर्स, एंजाइटी, डिप्रेशन, डायबिटीज, एचआइवी, हेपेटाइटिस जैसी बीमारियों को ठीक करने में मदद मिलती है.

क्या जहर से वाकई में असर होता है?

मेढक से काम्बो लिक्विड के रूप में निकालाजाता है. इसके बाद एक छड़ को गर्म करके स्किन पर लगाया जाता है ताकि छाले बन गाए. इसके बाद वहां की स्किन को हटाकर मेढक के जहर को वहां पर लगाया जाता है. दावा किया जाता है कि इस तरह से यह शरीर में पहुंचकर ब्लड तक अपनी पहुंच बनाता है. इसके तत्काल असर के तौर पर शुरू में उल्टियां हो सकती हैं.

कितना जानलेवा?

इसके कई साइडइफेक्ट दिखते हैं. जैसे- उल्टी, दस्त, पेट दर्द, चक्कर आना, दिल की धड़कन, गले में एक गांठ जैसा महसूस होना, निगलने में परेशानी, होठों, पलकों या चेहरे पर सूजन और यूरिन को कंट्रोल होने में दिक्कत. भले ही लोगों में इसको लेकर सकारात्मक सोच हो, लेकिन अब तक किसी भी रिसर्च में यह साबित नहीं हो पाया है कि इससे किसी तरह का फायदा होता है.

विशेषज्ञों का कहना है, इसके फायदे तो नहीं, लेकिन कई तरह के नुकसान जरूर हो सकते हैं. जैसे- शरीर में की कमी, मांसपेशिया में दर्द, पीलिया, उल्टी, डायरिया. हालात बिगड़ने पर शरीर के अंग फेल हो सकते हैं और मौत भी हो सकती है. इसलिए ऐसी प्रक्रिया का हिस्सा बनने से बचें. बिना विशेषज्ञ की सलाह के इसका इस्तेमाल न करें.

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