लोकसभा चुनाव के अंतिम फेज के पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रैली के दौरान ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक की सेहत पर चिंता जताते हुए कई सवाल खड़े किए. उन्होंने पूछा कि आखिर एक साल में उनकी (नवीन पटनायक) तबीयत इतनी कैसे खराब हो गई? पीएम मोदी ने इसके पीछे किसी लॉबी का हाथ होने का संदेह भी जताया.
ओडिशा के मयूरभंज में पीएम मोदी ने कहा, ‘आजकल नवीन बाबू के सभी शुभचिंतक बहुत चिंता में हैं. वो ये देखकर बहुत परेशान हैं कि पिछले 1 साल में नवीन बाबू की तबियत इतनी कैसे बिगड़ गई. सालों से नवीन बाबू के करीबी लोग जब मुझसे मिलते हैं तो वो नवीन बाबू की तबियत की चर्चा जरूर करते हैं. सवाल ये है कि नवीन बाबू की तबियत खराब होने के पीछे कोई षड्यंत्र है क्या? ये ओडिशा के लोगों को जानने का अधिकार है. कहीं इसमें उस लॉबी का तो हाथ नहीं है न जो नवीन बाबू के नाम पर पर्दे के पीछे ओडिशा में सत्ता भोग रही है.’
‘स्पेशल कमेटी का गठन करेगी BJP’
नवीन पटनायक के स्वास्थ्य को लेकर पीएम मोदी ने कहा, ‘इस रहस्य से पर्दा उठना जरूरी है. इसलिए 10 जून के बाद ओडिशा में भाजपा सरकार बनने के बाद हमारी सरकार एक स्पेशल कमेटी का गठन करेगी और ये जांच करेगी कि अचानक नवीन बाबू की तबियत क्यों गिरती जा रही है?’
तबीयत को लेकर क्यों उठ रहे सवाल?
दरअसल, ओडिशा के सीएम और बीजू जनता दल के प्रमुख नवीन पटनायक का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. इस वीडियो में नवीन पटनायक को एक मंच पर भाषण देते देखा जा सकता है. इस वीडियो में साफ दिख रहा है कि बीजद नेता वीके पांडियन नवीन पटनायक के कांपते हाथ को पकड़ते हैं और इसे जनता की नजरों से छिपाने की कोशिश करते हैं.’
VIDEO सोशल मीडिया पर चर्चा का केंद्र
सत्तारूढ़ पार्टी के मुखिया का यह वीडियो सोशल मीडिया यूजर्स के बीच चर्चा का केंद्र बना हुआ है. बता दें कि नवीन पटनायक की उम्र 77 वर्ष है और बीते पांच वर्षों से उनके हाथ कांपते हुए देखे जा सकते हैं. लेकिन जिस चीज ने आज जनता का ध्यान खींचा है और भाजपा के तीखे हमलों को आकर्षित किया है वह वह तरीका है, जिस तरह पांडियन ने पटनायक का कांपता हुआ हाथ पकड़ लिया और उसे छिपाने की कोशिश की.