बिहार से ताल्लुक रखने वाले 1981 बैच के आईपीएस अधिकारी कर्नाटक के पूर्व पुलिस प्रमुख ओम प्रकाश का शव रविवार को बेंगलुरु के पॉश एचएसआर लेआउट में उनके तीन मंजिला घर के ग्राउंड फ्लोर पर खून से लथपथ पाया गया. मामले की जांच कर रही पुलिस ने उनके बेटे कार्तिकेश की शिकायत पर उनकी पत्नी पल्लवी को गिरफ्तार किया है. जिस वक्त ओम प्रकाश की हत्या की गई थी, उस वक्त वह डाइनिंग टेबल पर बैठकर मछली खा रहे थे. इसी दौरान पत्नी ने मिर्च का पाउडर उनके ऊपर फेंक दिया और फिर बंधक बनाकर उनकी हत्या कर दी. जैसे-जैसे पूरे मामले की जांच आगे बढ़ रही है. वैसे-वैसे कई खुलासे हो रहे हैं. इसी बीच जानकारी सामने आई है कि ओम प्रकाश की पत्नी कई दिनों से हत्या की प्लानिंग रच रही थी और फोन पर गर्दन काटने के तरीकों को सर्च कर रही थी.
5 दिनों से पत्नी गूगल पर सर्च कर रही थी ये जानकारी
पूर्व डीजीपी ओम प्रकाश की पत्नी पल्लवी के फोन सर्च से पता चला कि वह यह जानने की कोशिश कर रही थी कि गर्दन के पास नसें और रक्त वाहिकाएं कटने से व्यक्ति की मौत कैसे होती है? पिछले 5 दिनों में उसने कई बार यही सर्च किया कि कैसे गर्दन के पास की नशे कटने से मौत होती है. फिलहाल पुलिस ने पत्नी पल्लवी को गिरफ्तार करके 14 दिन के लिए न्यायिक हिरासत में भेज दिया है. इससे पहले जब पल्लवी को घटना स्थल पर ले जाया गया तो उसे “घरेलू हिंसा” को लेकर बात करते हुए सुना गया. जांच अधिकारियों से उसने कहा कि वह लगातार हो रही घरेलू हिंसा से तंग आ गई थी.
पुलिस सूत्रों ने बताया कि पूछताछ में यह भी पता चला है कि तीखी नोकझोंक के बाद पल्लवी ने ओम प्रकाश के चेहरे पर मिर्च पाउडर फेंक दिया था. मिर्च पाउडर से होने वाली जलन से राहत पाने के लिए हाथ-पांव मारे, लेकिन पल्लवी ने उन पर कई बार चाकू से वार किया, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई. सूत्रों ने दावा किया कि पति की हत्या करने के बाद उसने अपने दोस्त को वीडियो कॉल करके कहा, “मैंने राक्षस को मार दिया है”.
वहीं, बेटे कार्तिकेश ने अपनी शिकायत में आरोप लगाया कि उसकी मां पल्लवी पिछले एक सप्ताह से पिता को जान से मारने की धमकी दे रही थी. कार्तिकेश के मुताबिक इन धमकियों के कारण पिता अपनी बहन के घर रहने चले गए थे. कार्तिकेश ने आरोप लगाया कि दो दिन पहले मेरी छोटी बहन कृति वहां गई और मेरे पिता पर घर लौटने का दबाव बनाया. वह उन्हें उनकी मर्जी के खिलाफ वापस ले आई. उन्होंने कहा कि रविवार को शाम करीब 5 बजे जब वह डोमलूर में कर्नाटक गोल्फ एसोसिएशन में थे, तो उनके पड़ोसी ने उन्हें फोन करके बताया कि उनके पिता नीचे पड़े मिले हैं.
मैं घर पहुंचा और देखा कि पुलिस अधिकारी और लोग मौके पर मौजूद थे. मेरे पिता खून से लथपथ पड़े थे और उनके सिर और शरीर पर चोटें थीं. उनके शरीर के पास एक टूटी हुई बोतल और एक चाकू मिला. फिर उन्हें सेंट जॉन्स अस्पताल ले जाया गया. जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया. मेरी मां पल्लवी और मेरी बहन कृति अक्सर मेरे पिता से झगड़ती थीं. मुझे पक्का संदेह है कि वे मेरे पिता की हत्या में शामिल हैं.
घरेलू लड़ाई की शिकायत लेकर कुछ दिन पहले पुलिस स्टेशन पहुंची थी पल्लवी
कुछ महीने पहले पल्लवी ने शिकायत दर्ज कराने के लिए एचएसआर लेआउट पुलिस स्टेशन का रुख किया था. सूत्रों ने दावा किया कि जब वहां के कर्मचारियों ने मना कर दिया तो उसने पुलिस स्टेशन के सामने धरना भी दिया था. यह भी पता चला है कि पल्लवी को सिज़ोफ्रेनिया था और वह दवाएं ले रही थी.
सोमवार को पोस्टमार्टम के बाद पूर्व शीर्ष पुलिस अधिकारी का पूरे राजकीय सम्मान के साथ बेंगलुरु में अंतिम संस्कार किया गया. पिता का अंतिम संस्कार बेटे कार्तिकेश ने किया. आपको बता दें कि 68 वर्षीय सेवानिवृत्त आईपीएस अधिकारी चंपारण, बिहार के मूल निवासी थे और उनके पास भूविज्ञान में मास्टर डिग्री थी. प्रकाश को 1 मार्च, 2015 को पुलिस महानिदेशक नियुक्त किया गया था.