मौसम के मुताबिक डाइट में बदलाव होने लगता है. अब गर्मी के मौसम में ऐसी चीजों का सेवन करना चाहिए, जो तपती गर्मी से बचाने और शरीर को ठंडक महसूस और एनर्जी प्रदान करने में मदद करे. जिसमें एक गोंद कतीरा भी शामिल है. गर्मी में बहुत से लोग इसे अलग-अलग तरह से लेते हैं, जो सेहत के लिए फायदेमंद होता है.
गोंद कतीरा और गोंद दिखने में लगभग एक जैसा हो होते हैं. लेकिन इन दोनों में काफी अंतर होता है. जिसके कारण दोनों को अलग-अलग मौसम और तरीके से लिया जाता है. आइए जानते हैं इसके बारे में क्या अंतर होता है, इसे लेने के फायदे और नुकसान क्या होते हैं.
गोंद कतीरा
गोंद कतीरा की तासीर ठंडी होती है. इसे गर्मी में मौसम में लेना फायदेमंद होता है. यह कतीरे के पेड़ से निकलता है. यह सूखा हुआ गोंद की तरह होता है जो पानी में भिगोने पर फूलकर जिलेटिन जैसा हो जाता है, इसे पानी या छाछ जैसी लिक्विड चीजों के साथ लिया जाता है. इसे रातभर पानी में भिगोकर सुबह शरबत या दूध में मिलाकर पिया जाता है. इसे फालूदा में मिलाया जाता है, जो ठंडक और स्वाद दोनों बढ़ाती है. गोंद कतीरा को गुलाब शरबत या बेल शरबत में मिलाकर गर्मियों में उपयोग किया जाता है.
यह गर्मी में शरीर को ठंडक प्रदान करने में मदद करता है, जिससे लू और हीट स्ट्रोल से बचाव किया जाता है. साथ ही शरीर को हाइड्रेट रखने में भी मदद मिलती है. साथ ही गोंद कतीरे में कैल्शियम अच्छी मात्रा में पाया जाता है, इसलिए ये हड्डियों के लिए भी फायदेमंद होता है. हड्डियों को मजबूत बनाता है. इससे शरीर हाइड्रेट रहता और ऐसे में ये स्किन के लिए भी फायदेमंद होता है. साथ ही इससे वजन कम करने में भी मदद मिलती है.
गोंद
गोंद भी दिखने में गोंद कतीरे की तरह ही होता है. इसका सेवन कई तरह से किया जाता है. गोंद को घी में तलकर सूखे मेवे, आटा और गुड़ के साथ लड्डू बनाए जाते हैं. कुछ लोग भुना हुआ गोंद गर्म दूध में मिलाकर भी पीते हैं. इसे अलग-अलग तरीको से खाया जाता है. इसमें कई तरह के पोषक तत्व पाए जाते हैं. इसे आमतौर पर “एडिबल गोंद” या “गोंद बबूल” के नाम से जाना जाता है और इसकी तासीर गर्म होती है.
गोंद पाचन में सुधार करने, इम्यूनिटी को बढ़ाने और स्किन को हेल्दी रखने में मदद करता है. क्योंकि इसकी तासीर गर्म होती है इसलिए इसका सेवन सर्दी में किया जाता है. जिससे ये शरीर को ठंड से बचाव करने में मदद करता है. लेकिन गोंद और गोंद कतीरा दोनों को ही एक सीमित मात्रा में खाना चाहिए.