महाराष्ट्र में इन दिनों मराठी और हिंदी को लेकर विवाद देखने को मिल रहा है. पिछले कुछ दिनों से लगातार मारपीट के वीडियो सामने आ रहे हैं. ठाणे जिले के मीरा-भायंदर इलाके की एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है. आरोप है कि यहां महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के कार्यकर्ताओं ने मारवाड़ी समुदाय के एक व्यापारी की इसलिए पिटाई कर दी. क्योंकि वह मराठी नहीं बोल पाया. अब इस मामले पर केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान का बड़ा बयान सामने आया है.
केंद्रीय मंत्री और लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) प्रमुख चिराग पासवान ने वायरल वीडियो पर कहा, यह मेरी समझ से परे है कि भारतीयों के बीच कितने विभाजन पैदा किए जाएंगे, कभी क्षेत्र के नाम पर, कभी भाषा, धर्म, जाति के नाम पर.
World War 3 will be for language, not land! pic.twitter.com/0LYWoI3K0r
— India 2047 (@India2047in) July 4, 2025
उन्होंने मातृभाषा के प्रति गर्व करने की बात कही है. इसके साथ ही आपसी सम्मान और संवेदनशीलता का आह्वान किया है. उन्होंने कुछ नेताओं पर निजी स्वार्थ के लिए विभाजनकारी राजनीति करने का आरोप भी लगाया है. महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री ने भी इस हिंसा की निंदा करते हुए सख्त कार्रवाई की चेतावनी दी है.
मराठी विवाद पर क्या बोले चिराग पासवान?
मराठी विवाद पर चिराग पासवान ने कहा, “मैं इस विचार का समर्थन करता हूं कि आपकी मातृभाषा आपका गौरव होनी चाहिए, लेकिन इतनी संवेदनशीलता होनी चाहिए कि अगर कोई बाहरी व्यक्ति इसे नहीं समझता है, तो इसका मतलब यह नहीं है कि हम इतने असहिष्णु हो जाएं और हिंसा का सहारा लेना शुरू कर दें.”
उन्होंने कहा कि भारत के बहुसांस्कृतिक लोग रहते हैं. उत्तर से दक्षिण, पूर्व से पश्चिम तक, अलग-अलग भाषाएं और संस्कृतियां हैं. विविधता में एकता हमेशा से हमारी पहचान रही है.”
राजनीतिक के लिए कर रहे कुछ लोग- चिराग
चिराग पासवान ने राजनीतिक नेताओं पर निजी लाभ के लिए विभाजनकारी एजेंडे को बढ़ावा देने का भी आरोप लगाया है. उन्होंने कहा, “कुछ नेता अपनी महत्वाकांक्षाओं को पूरा करने के लिए ऐसी विभाजनकारी राजनीति में शामिल हैं और मैं इसकी निंदा करता हूं.”
हिंसा बर्दाश्त नहीं होगी- सीएम फडणवीस
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने शुक्रवार को मराठी के नाम पर “गुंडागर्दी” करने वालों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की चेतावनी दी है. उन्होंने कहा कि महायुति सरकार आम लोगों के खिलाफ हिंसा बर्दाश्त नहीं करेगी.
महाराष्ट्र में मराठी भाषा पर गर्व करना गलत नहीं है, लेकिन अगर कोई भाषा के कारण गुंडागर्दी करता है, तो हम इसे बर्दाश्त नहीं करेंगे. अगर कोई भाषा के आधार पर लोगों की पिटाई करता है, तो इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. फडणवीस ने कहा, “पुलिस ने मामला प्राथमिकी दर्ज कर लिया है और घटना पर कार्रवाई की है तथा यदि भविष्य में कोई इस तरह का भाषाई विवाद खड़ा करता है तो कानूनी कार्रवाई की जाएगी. “