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मानसून के दौरान फंगल संक्रमण को कैसे रोकें, यहां जानें बचाव के उपाय!

आमतौर पर बारिश के मौसम में स्किन पर होने वाले फंगल इंफेक्शन कई बीमारियों के संकेत होते हैं. जिसे माइकोसिस भी कहा जाता है. फंगल इंफेक्शन त्वचा, नाखून या फेफड़ों को प्रभावित कर सकते हैं. इन्हीं में से कुछ सामान्य संक्रमण दाद, नाखून इंफेक्शन शामिल हैं. फंगल इंफेक्शन हल्के से लेकर जानलेवा तक हो सकते हैं. कमजोर इम्यूनिटी वाले लोगों को फंगल इंफेक्शन का ज्यादा खतरा रहता है. शरीर के उन हिस्सों में फंगल इंफेक्शन होने का खतरा ज्यादा होता है जहां नमी रहती है.

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इसके अलावा डायबिटीज के मरीजों को फंगल इंफेक्शन का खतरा ज्यादा रहता है. इसके अलावा HIV और कैंसर जैसी बीमारियों की वजह से कमजोर इम्यूनिटी वाले लोगों में भी फंगल इंफेक्शन का खतरा ज्यादा होता है. आइए हेल्थ एक्सपर्ट से जानते हैं बरसात के मौसम में फंगल इंफेक्शन से कैसे बचे.

त्वचा को साफ रखें

हेल्थ एक्सपर्ट के अनुसार, फफूंद गर्म, नम वातावरण में पनपते हैं. इसलिए, फफूंद संक्रमण को रोकने के लिए अच्छी स्वच्छता बनाए रखना महत्वपूर्ण है. अपनी त्वचा को नियमित रूप से हल्के साबुन और पानी से धोएं, खासकर पसीना आने के बाद. अपनी त्वचा को अच्छी तरह से सुखाएं, नमी जमा होने वाले क्षेत्रों जैसे कि पैर, कमर और अंडरआर्म्स पर विशेष ध्यान दें.

नाखूनों को साफ रखें

वायरल इंफेक्शन नाखूनों, खासकर पैर के नाखूनों को प्रभावित करते हैं. इसे रोकने के लिए, अपने नाखूनों को समय समय से काटते रहे और साफ करते रहें. अगर आप अक्सर नेल सैलून जाते हैं, तो सुनिश्चित करें कि वे क्रॉस-संदूषण से बचने के लिए सख्त स्वच्छता का पालन करते हैं.

फंगल इंफेक्शन के बचाव

पब्लिक बाथरूम, शॉवर या लॉकर रूम में खाली पैर न चलें.

गंदा होने या ज्यादा पसीना आने पर आप नहा लें.

नहाने के बाद या पसीना आने पर शरीर को जरूर पोछें ताकि शरीर के किसी भी हिस्से में नमी न रहे.

कॉटन अंडरवियर का ही इस्तेमाल करें साथ ही वह साफ और सूखा होना चाहिए.

अपने मुंह और दांत की सफाई का खास ख्याल रखें.

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