स्टारलिंक के आने से उपभोक्ता और बाजार पर क्या प्रभाव पड़ेगा? द इंडियन मोबाइल के फाउंडर संदीप गुदीया से खास बातचीत की. उन्होंने स्टारलिंक को लेकर कई अहम जानकारी शेयर की. उन्होंने कहा कि स्टारलिंक एक सैटेलाइट-बेस्ड इंटरनेट सर्विस है, जो Low Earth Orbit (LEO) सैटेलाइट्स के नेटवर्क के जरिए तेज इंटरनेट पहुंचाने का काम करती है.
दावा इस बात का है कि पारंपरिक ब्रॉडबैंड या मोबाइल नेटवर्क की तरह जहां इंटरनेट केबल या टावरों के जरिए मिलता है, वहीं स्टारलिंक का इंटरनेट सीधा सैटेलाइट से यूजर के घर तक आता है. इसे काफी फास्ट नेटवर्क के तौर पर भी जाना जाता है.
सैटेलाइट-बेस्ड इंटरनेट सर्विस
भारत में इंटरनेट उपभोक्ताओं के लिए एक ऐसी खबर, जिसमें सभी की दिलचस्पी है. स्टारलिंक के आने से देश में उपभोक्ता पर क्या प्रभाव होगा. इस पूरे मामले के दो पहलू है. एक तो आम उपभोक्ता और दूसरा भारत का बाजार.
उन्होंने कहा कि स्टारलिंक सेटेलाइट के माध्यम से हमें नेटवर्क प्रदान करता है. सरल शब्दों में अभी तक हम घर में क्या देखते हैं या तो ब्रॉडबैंड लगा होता है.. एक तार आती है आपका सेट टॉप बॉक्स लगा होता है. उसके जरिए आप घर में फिर वाई-फाई यूज करते हैं. इसके साथ ही आप मोबाइल के थ्रू इंटरनेट यूज करते हैं.
जहां पर वॉयरलैस कम्युनिकेशन जहां पर आप सैटेलाइट यूड करते हैं कम्युनिकेशन करने के लिए… अभी लेटेस्ट डेवलपमेंट चल रही है कि 2 दिन के बाद हमारी होली है और दिल्ली में अगर आप रहते हैं तो सोचेंगे कि गर्मी गई नहीं है, जबकी मौसम विभाग कह रहा है कि 2 दिन के बाद फिर से बारिश होने वाली है. वह सब डाटा कहां से आ रहा है? यह सब जो हमारे पास सेटेलाइट के थ्रू जो कंपनी हैं जो वेदर ऑब्जर्व करती है उनके पास से यह डेटा आ रहा है.
बहुत सारे क्षेत्र भारत में ऐसे हैं, जहां पर अभी तक आपकी फाइबर लाइन नहीं पहुंची है या फिर टॉवर नहीं लगे. सामान्य शब्दों में 2 साल पहले तक आप जब लद्दाख में घूमने के लिए जाते थे लोग कहते थे हमारे पास कनेक्टिविटी नहीं है, लेकिन ऊपर जाएंगे तो वहां पर अभी भी कनेक्टिविटी नहीं है. वहां सैटेलाइट फोन यूज किए जाते हैं. आर्मी के द्वारा हेल्थ केयर में वहां पर सेटेलाइट के थ्रू कनेक्टिविटी मिल जाएगी. मतलब आपके पास खाली एक रिसीविंग डिवाइस होनी चाहिए, जिससे डाटा आ जाएगा और बाकी इंफ्रास्ट्रक्चर की जरूरत नहीं है और कनेक्टिविटी मिल जाएगी.
क्या कॉल ड्रॉप की समस्या अब खत्म हो जाएगी?
आमतौर पर ऐसा पाया गया है कि हम और आप जो मोबाइल नेटवर्क यूज करते हैं उसमें सबसे अधिक कॉल ड्राप की समस्या से हमें दो चार होने होता है. संदीप ने बताया कि साधारण शब्दों में यह बताएं अगर हम धूप में बाहर खड़े हुए हैं और हमने छाता लेकर बैठ गए तो छाते को ऐसा समझ लीजिए कि जो भी वेदर में चेंज आ रही है या फिर कोई तूफान चल रहा है कुछ चल रहा है तब सैटेलाइट लिंक ब्रेक हो सकता है और उसकी वजह से कॉल ड्रॉप क्या डाटा ड्रॉप भी हो जाएगा. इंटरनेट में सबसे महत्वपूर्ण डाटा कनेक्टिविटी होता है. दावा यह किया जा रहा है कि स्टारलिंक के आने से डाटा का ट्रांसफर बहुत ही आसानी और कम समय में हो पाएगा.
कीमत और डाटा की प्राइवेसी महत्वपूर्ण
संदीप ने बताया कि सबसे हमत्वपूर्ण इसमें उपभोक्ता कितनी कीमत चुकाएगा यह जानना जरूरी है. उन्होंने कहा कि संभव है इसके लिए सामान्य यूजर को अधिक कीमत चुकानी पड़े. स्टारलिंक के आने से जब आप प्लेन में सफर कर रहे होते हैं तब भी आसानी से आप इंटरनेट यूज कर सकते हैं. हालांकि संदीप ने बताया कि भारत से बाहर इस तरह की सुविधा फिलहाल मौजूद है.
सिक्योरिटी भी जरूरी है
संदीप ने कहा कि इसके साथ ही डाटा सिक्योरिटी भी एक अहम बात है. उन्होंने कहा कि भारत के संदर्भ में जो सबसे जरुरी है वह यह कि डाटा सिक्योरिटी का क्या होगा? मसलन हम जानते हैं कि हमारा दो साइड हमारे जो बॉर्डर्स के हैं वह काफी सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है. एक बॉर्डर से बांग्लादेश है तो दूसरा पाकिस्तान … हमारा डाटा सिक्योरिटी क गलत हाथों के द्वारा हमारे देश से नहीं चला जाए यह जरूरी है. इसके लिए उन सब पर थोड़ी कड़ी निगाहे रखनी पड़ेगी. इसका सबसे ज्यादा इंपोर्टेंट है कि इंप्लीमेंट कैसे किया जाए?
भारत की बड़ी कंपनियां हाथ मिला रही है
संदीप ने कहा कि भारत की बड़ी कंपनियां भी उनसे हाथ मिलाने को तैयार है. बात एयरटेल और जिओ की हो रही है. संदीप ने कहा कि पहली बार भारत में एंट्री करने की कोशिश नहीं की है. साल 2022 में पहली बार में एंट्री मारी थी. कोशिश की थी और उसे टाइम पर एंट्री करने से पहले ही प्रीऑर्डर लेने स्टार्ट कर दिया. उनको तो ऐसा लग रहा था कि हम कर ही देंगे सर्विस लेकिन गवर्नमेंट ने उनके प्लांस पर पानी फेर दिया. उन्हें बोला अभी तक आपके पास अप्रूवल नहीं है.
अप्रूवल उसके बाद करिए सर्विस अप्रूवल अभी तक आए नहीं और उसके चक्कर में जितने भी लोगों से पैसे लिए थे वह सब उनको रिफंड करना पड़ा, सर्विसेज के लिए इंट्रस्टिंग डेवलपमेंट के हिसाब से देखेंगे तो इस बार शायद अप्रूवल से मिलने में थोड़ा जल्दी हो जाएगा. हम लोग डायरेक्टली अप्रूवल इससे अच्छा है दो हिंदुस्तान की लीडिंग ऑपरेटर से करार कर लिया. दोनों का बैकअप सर्विस प्रोवाइडर आपका एलोन मस्क की कंपनी रहेगी.