भीलवाड़ा में मानवता शर्मसार: 10 दिन के नवजात को जंगल में पत्थरों के नीचे दबाया…मुंह में पत्थर ठुंसा और फेविक्विक से चिपकाया ताकि रोने की आवाज न आए

भीलवाड़ा: से मानवता को शर्मसार करने वाली घटना सामने आई है. यहां जंगल में पत्थरों के बीच एक नवजात बच्चे को फेंक दिया गया. इतनी ही नहीं, उसके मुंह से आवाज ना निकले इसके लिए उसके मुंह में पत्थर के टुकड़े भरे हुए थे और उसके होंठ को फेविक्विक से चिपका दिए गया था. ताकि वह चीख न पाए. बच्चे की रो-रो कर आंखे लाल हो गईं थी. नवजात केवल 10 से 15 दिन का बताया जा रहा है.

जंगल में मवेशी चरा रहे शख्स की नजर बच्चे पर पड़ी. बच्चे को देख उसके होश उड़ गए. उसने तुरंत बच्चे के मुंह से पत्थर को निकाला, पत्थर निकलते ही मासूम चीख-चीख कर रोने लगा. घटना की जानकारी मिलते ही मौके पर कुछ और लोग पहुंचे. वे लोग तुरंत मासूम को इलाज के लिए लेकर सरकारी अस्पताल लेकर पहुंचे. यहां नवजात का इलाज चल रहा है. इसी दौरान पुलिस को मामले की सूचना दी गई.

मामला भीलवाड़ा के बिजोलिया थाना क्षेत्र का है. पुलिस ने बताया कि बच्चा सीता कुंड मंदिर के सामने सड़क से सटे जंगल में मिला है. यहां कुछ लोग चरवाहे मवेशी चरा रहे थे. इस दौरान एक शख्स को पत्थरों के बीच एक बच्चा मिला. उन्होंने बताया कि बच्चे के मुंह में पत्थर डाला गया था.

उसे निकाला गया और इसके बाद लोगों को मदद के लिए बुलाया गया. इसके बाद बच्चे को बिजौलिया सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया. तेज धूप और गर्म पत्थरों के कारण उसका शरीर झुलस चुका था. जहां उसका इलाज जारी है.मामला सामने आने के बाद से गांववालों में आक्रोश है. उन लोगों ने दोषियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार कर उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है. फिलहाल पुलिस ने भी घटनास्थल का निरीक्षण कर जांच शुरू कर दी है. पुलिस बच्चे के माता-पिता की तलाश कर रही है.

इसके साथ ही पुलिस अस्पतालों में पहुंचकर हाल ही में हुई डिलिवरी की रिपोर्ट को भी खंगाल रही है. आसपास के गांव में भी लोगों से बात की जा रही है और बच्चे के बारे में पता लगाने का प्रयास कर रही है.

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