ग्रेटर नोएडा से दहेज हत्या का एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है। यहां एक महिला को उसके ही पति ने दहेज के लिए जिंदा जला दिया था। घटना के बाद आरोपी पति विपिन फरार हो गया था। पुलिस ने उसे पकड़ने के लिए घेराबंदी की और मुठभेड़ में घायल कर गिरफ्तार कर लिया। लेकिन गिरफ्तारी के बाद उसका बयान और भी हैरान करने वाला रहा।
पुलिस पूछताछ में विपिन ने कहा, “मुझे कोई पछतावा नहीं है। पति-पत्नी के बीच झगड़े आम बात होती हैं।” उसके इस बयान ने न सिर्फ मृतका के परिवार बल्कि पूरे समाज को झकझोर कर रख दिया। परिजनों का आरोप है कि विपिन लंबे समय से पत्नी निक्की पर दहेज की मांग को लेकर दबाव डाल रहा था। जब निक्की ने अतिरिक्त दहेज देने से इंकार कर दिया तो उसने उसे बेरहमी से जला दिया।
निक्की की दर्दनाक मौत ने इलाके में गुस्से की लहर फैला दी। आसपास के लोग आरोपी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे थे। पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए विपिन की तलाश शुरू की। उसे पकड़ने के लिए दबिश दी गई, इसी दौरान मुठभेड़ हुई। पुलिस की जवाबी फायरिंग में विपिन के पैर में गोली लगी और उसे धर दबोचा गया।
गिरफ्तारी के बाद विपिन का ठंडे दिमाग से दिया गया बयान सभी के लिए चौंकाने वाला रहा। उसने न तो अपने गुनाह को स्वीकारा और न ही कोई पछतावा दिखाया। उसने कहा कि पति-पत्नी के बीच झगड़े होना सामान्य बात है। इस बयान ने मृतका के परिवार के घाव और गहरे कर दिए।
मृतका निक्की के मायके वालों का कहना है कि यह कोई साधारण झगड़ा नहीं बल्कि सुनियोजित हत्या है। उन्होंने मांग की है कि आरोपी को कड़ी से कड़ी सजा दी जाए ताकि दहेज के लिए बेटियों की बलि चढ़ाने वालों को सबक मिले।
यह मामला एक बार फिर समाज में दहेज प्रथा की कड़वी हकीकत को उजागर करता है। सवाल यह है कि आखिर कब तक दहेज के नाम पर बेटियों की जान ली जाती रहेगी?