सुल्तानपुर में मां-बेटे की मौत मामले में पति का हत्या का आरोप, जानिए पूरा मामला

सुल्तानपुर में टांडा-बांदा राष्ट्रीय राजमार्ग पर शनिवार को मां-बेटे की मौत ने रविवार को दूसरा रूप ले लिया. पति ने हत्या का आरोप लगाते हुए जयसिंहपुर कोतवाली में तहरीर दी है, वहीं परिजनों ने पोस्टमार्टम के बाद शव हालापुर के पास हाईवे पर दोनों शवों को रखकर प्रदर्शन शुरू कर दिया है, पुलिस मौके पर पहुंचकर मान मनौव्वल शुरू कर दिया है.

अंबेडकरनगर जिले के महरुआ थाना क्षेत्र के बलईपुर गांव निवासी ऊषा देवी (40) पत्नी दीपक अपने बेटे सौरभ (17) के साथ बाइक से सुलतानपुर दीवानी कोर्ट आई हुई थी. न्यायालय से शनिवार दोपहर जब मां बेटे टांडा-बांदा राष्ट्रीय राजमार्ग के रास्ते घर वापस लौट रहे थे, तब जयसिंहपुर कोतवाली के बौरा जगदीशपुर, माधवपुर गांव के पास पहुंचने पर सामने से आ रही जेसीबी ने टक्कर मार दी थी. जेसीबी की टक्कर से महिला सड़क किनारे नीचे खड्डे में गिर गई थी. उसका बेटा जेसीबी के नीचे आ गया था.

रविवार को शव पोस्टमार्टम से लेकर घर जा रहे परिजन जयसिंहपुर कोतवाली के हालापुर के पास हाइवे पर शव रखकर प्रदर्शन कर रहे हैं. पति दीपक कुमार निवासी बलईपुर थाना महरूआ अम्बेडकर नगर ने जयसिंहपुर पुलिस को तहरीर दी है. उसने बताया कि पत्नी ऊषा देवी का मायका दोस्तपुर के बिरसिंहपुर में है. उसके पिता ने जीवन काल में ही सम्पति बेटी के नाम कर दिया था जिसे वो बेचना चाहती है.

इस पर पड़ोस के बल बहादुर ने दीवानी दायर कर रखा है, कुछ सम्पति पर कब्जा कर लिया था, पत्नी जब तारीख पर जाती तो विपक्षी धमकी देते थे, विपक्षी ने शनिवार को महरूआ निवासी मोहम्मद हुसैन, अजमल, डॉक्टर संतोष कुमार सिंह, डॉक्टर गुड़िया सिंह के साथ मिलकर घटना को अंजाम दिलाया, उसने जान से मारने की धमकी दी, लेकिन थाने पर सुनवाई नहीं हुई.

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