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‘सासू मां को क्यों दिया पहले…’ गोलगप्पे पर भिड़ गए पति-पत्नी, हंगामा इतना बरपा कि बुलानी पड़ गई पुलिस

बिहार के बांका में गोलगप्पा खाने को लेकर पति-पत्नी आपस में भिड़ गए. पति अपनी मां और पत्नी के साथ मार्केट आया था. तीनों गोलगप्पे खाने के लिए एक दुकान पर रुके. पति ने दुकानदार से तीन प्लेट गोलगप्पा बनाने को कहा. पति ने जैसे ही अपनी मां को गोलगप्पे की प्लेट दी को पत्नी ने नाराज हो गई. कहने लगी कि तुमने मुझे पहले क्यों नहीं दी गोलगप्पे की प्लेट? बस फिर क्या था. पति और पत्नी की दुकान में ही बहसबाजी के बाद लड़ाई शुरू हो गई.

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तकरार बढ़ी तो पत्नी ने अपने मायके वालों को बुला लिया. पति ने भी अपने परिवार वालों को बुला लिया. दोनों पक्षों के बीच फिर जमकर लाठी डंडे चले. हंगामा इतना बरपा कि पुलिस को बुलाना पड़ गया. पुलिस के आते ही दोनों पक्ष गोलगप्पे की बात छोड़कर एक दूसरे पर कुछ और ही इल्जाम लगाने लगे. पत्नी ने आरोप लगाया कि उसके ससुराल वाले उसे दहेज के लिए प्रताड़ित करते हैं. पति ने आरोप लगा कि पत्नी उसकी मां की सेवा नहीं करती. पुलिस ने फिर बड़ी मुश्किल से दोनों पक्षों के बीच सुलह करवाई.

मामला जगतपुर मोहल्ले का है. यहां रहने वाले पति-पत्नी ने सोमवार शाम को गोलगप्पे की दुकान के बाहर जमकर हंगामा किया. पति ने अपनी पत्नी और मां के लिए गोलगप्पे की प्लेट ऑर्डर की थी. लेकिन पत्नी इस बात पर गुस्सा हो गई कि पति ने गोलगप्पे की प्लेट पहले उसे न देकर अपनी मां को दे दी. पति सुधांशु राय और पत्नी सपना कुमारी दुकान के बाहर सबके साममे लड़ते रहे. तभी सपना ने फोन करके अपने मायके वालों को बुला लिया.

एक दूसरे पर लगाए आरोप

सुधांशु ने भी अपने भाई हिमांशु और परिवार के अन्य सदस्यों को बुला लिया. दोनों पक्षों ने एक दूसरे पर लाठियां बरसाईं. इस दौरान दोनों पक्षों के कुछ लोग घायल भी हुए. हंगामा बढ़ा तो पुलिस को भी इसकी सूचना दी गई. मौके पर पहुंची पुलिस ने दोनों पक्षों को समझाने की कोशिश की. तब सपना ने कहा कि मेरा पति, सास और ससुराल वाले आए दिन मुझसे एसी की मांग करते हैं. कहते हैं कि अपने मायके से एसी लाओ. जब मैं मना कर देती हूं तो मुझे ससुराल वाले मारते-पीटते हैं. वहीं, सुधांशु का कहना है कि सपना मेरी मां की सेवा नहीं करना चाहती. वो चाहती है कि संपत्ति में बंटवारा हो जाए और हम दोनों अपना चूल्हा अलग कर लें. पुलिस घंटों तक दोनों पक्षों को समझाती रही. बड़ी मुश्किल से मामले को शांत करवाया गया.

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