Madhya Pradesh : एमपी के मंदसौर जिले में नेशनल लोक अदालत आयोजित हुई.जिसमें से एक अनोखा मामला सामने आया है.यहां एक पत्नी अपने पति से नाराज़ होकर दो साल से अपने मायके में रह रही थी क्योंकि उसका पति उसे स्कूटी पर नहीं घुमाता था.
आपको बता दें कि नीमच निवासी मनोज ने अपनी पत्नी श्वेता (बदला हुआ नाम) से तलाक लेने के लिए अर्जी दी थी.श्वेता मंदसौर की रहने वाली है. अप्रैल 2021 में दोनों की शादी हुई थी. शादी के कुछ समय बाद श्वेता ने एक बेटी को जन्म दिया. कुछ दिनों बाद ही दोनों के बीच झगड़ा होने लगा और श्वेता अपने मायके चली गई.मनोज ने श्वेता को वापस लाने की कोशिश की लेकिन उसके घरवालों ने उसे वापस भेज दिया. इसके बाद मनोज ने तलाक की अर्जी लगाई.
काउंसलिंग में हुआ कारण का खुलासा
कोर्ट ने दोनों पति-पत्नी की काउंसलिंग कार्यवाही की पता चला कि दोनों एक ही कपड़े की दुकान में काम करते थे,उन्होंने अपनी जमा पूंजी से एक बैंगनी रंग की स्कूटी खरीदी थी। मनोज अकेले ही स्कूटी से काम पर जाता था, श्वेता को पैदल या ऑटो से जाना पड़ता था, इस बात को लेकर दोनों में झगड़ा होता रहता था,आखिरकार श्वेता नाराज होकर अपने मायके चली गई.
ऐसे साथ रहने के लिए हुए तैयार
काउंसलिंग के बाद कोर्ट ने मनोज से पूछा कि स्कूटी किसके पसंद की थी?
मनोज ने श्वेता की तरफ इशारा किया.इसके बाद कोर्ट ने मनोज को श्वेता को स्कूटी पर बिठाकर घुमाने को कहा. साथ ही स्कूटी का रजिस्ट्रेशन भी श्वेता के नाम पर करवाने को कहा. इससे श्वेता खुश हो गई और दोनों साथ रहने को तैयार हो गए.