उत्तर प्रदेश के श्रावस्ती जिले में नकली नोट छापने का मामला सामने आया है. जानकारी के मुताबिक, एक मदरसा संचालक अपनी बीवियों के साथ नकली नोट छाप रहा था. वहीं जानकारी मिलने पर पुलिस ने मामले में कार्रवाई करते हुए नकली नोट छापने वाले गिरोह करा पर्दाफाश कर दिया है. वहीं पुलिस ने इस मामले में मदरसा संचालक समेत दो लोगों को गिरफ्तार किया है.
श्रावस्ती में जाली नोट छापकर ग्रामीण क्षेत्र के बाजारों में खपाने वाले गिरोह का पुलिस ने बुधवार को पर्दाफाश किया है. गिरोह का सरगना मुबारक अली उर्फ नूरी मल्हीपुर के गंगापुर स्थित मदरसे का प्रबंधक है. उसने यूट्यूब से नोट छपाई का तरीका सीखा. फैजुर्रनबी मदरसे में ही नकली नोटों की छपाई करता था. इसमें उसकी पांच बीवियां भी मदद करती थीं.
पुलिस ने बरामद किया नकली नोट बनाने का सामान
मल्हीपुर क्षेत्र में जाली नोटों की छपाई की शिकायत की जांच के दौरान पुलिस ने बुधवार को भेशरी नहरपुल से धर्मराज शुक्ला, रामसेवक व अवधेश पांडे को जाली नोट, तमंचे व कारतूस के साथ गिरफ्तार किया. पूछताछ के बाद उनकी निशानदेही पर पुलिस ने गंगापुर स्थित फैज़ुर्रनबी मदरसे पहुंची. जहां से एक प्रिंटर, दो लैपटॉप ,चार बोतल स्याही 14,500 के जाली नोट, 14,500 के असली नोट, एक 315 बोर का तमंचा और पांच मोबाइल बरामद किए हैं.
आरोपियों से पुलिस कर रही पूछताछ
एसपी घनश्याम चौरसिया ने जानकारी देते हुए कहा कि मौके से लक्ष्मणपुर निवासी मुबारक अली उर्फ नूरी को गिरफ्तार किया गया है. वह गंगापुर स्थित मदरसा फैज़ुर्रनबी का प्रबंधक है. उसकी पांच बीवियां हैं, जो अलग-अलग स्थान पर रहकर नकली नोट चलाने में सहयोग करती हैं. मदरसे से जमील अहमद नाम के एक व्यक्ति को भी गिरफ्तार किया गया है. उन्होंने कहा कि इस मामले में पुलिस द्वारा जांच की जा रही है. नकली नोट बनाने और चलाने वाले गिरोह में शामिल और लोगों के नाम सामने आ सकते हैं. उन्होंने कहा कि पुलिस गिरफ्तार किए गए आरोपियों से पूछताछ कर रही है.