उत्तर प्रदेश के अमेठी में राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन के तहत मिलने वाला मुफ्त राशन जरूरतमंदों तक पहुंचने के बजाय अपात्र लोगों में बंट रहा है. आधार और पैन नंबर से किए गए सॉफ्टवेयर मिलान में बड़ा खेल सामने आया है. जांच में जिले की 826 ऐसी महिलाओं के नाम राशनकार्ड पर दर्ज पाए गए है जिनके पति कंपनियों के मालिक हैं और नियमित रूप से टैक्स पे कर रहे हैं. सूची सामने आते ही पूर्ति विभाग ने जांच शुरू कर दी है और सत्यापन के बाद ऐसे सभी कार्ड निरस्त किए जाएंगे और वास्तविक पात्र परिवारों को योजना से जोड़ा जाएगा.
स्थिति यह है कि जिन गरीब परिवारों को इस योजना से राहत मिलनी चाहिए,वे कार्यालयों के चक्कर काट रहे हैं. वहीं, अपात्र परिवार महीनों से मुफ्त राशन उठा रहे हैं. इससे न केवल पात्रों का हक मारा जा रहा है बल्कि सरकारी योजना के क्रियान्वयन पर भी सवाल उठ रहे हैं. सूची सार्वजनिक होने के बाद तरह-तरह की चर्चाएं शुरू हो गई हैं. विभाग का कहना है कि जल्द ही सभी अपात्रों की पहचान कर उन्हें बाहर किया जाएगा.
12455 लोगों की वार्षिक आय दो लाख से ज्यादा है जबकि 476 की सालाना आय तीन लाख से ऊपर दर्ज है
दरअसल जिले में 28678 संदिग्ध राशनकार्ड धारक चिन्हित किये गए है. खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण विभाग ने राशन कार्ड धारकों के विवरण को आयकर विभाग,सड़क परिवहन मंत्रालय और कारपोरेट कार्य मंत्रालय जैसे सरकारी विभागों को भेजकर उनके डाटाबेस से मिलान कराया तो बड़ी संख्या में कार्ड धारक मुफ्त राशन की पात्रता से बाहर पाए गए. ऐसे कार्ड धारकों की पहचान कर केंद्र सरकार ने ब्लाकवार सूची जिलापूर्ति विभाग को भेज दी है. अब घर घर जाकर इसका सत्यापन कराया जाएगा।रिपोर्ट के अनुसार जिले में 826 ऐसे कार्ड धारक हैं जो कंपनियों के डायरेक्टर हैं वहीं 847 लोग ऐसे जिनके पास 5 एकड़ से अधिक जमीन है. 12455 लोगों की वार्षिक आय दो लाख से ज्यादा है जबकि 476 की सालाना आय तीन लाख से ऊपर दर्ज है. इतना ही नही 56 व्यवसाईयों का वार्षिक टर्नओवर 25 लाख रुपए से अधिक है फिर भी यह सरकारी राशन योजना का लाभ उठाते रहे हैं।सूची में यह भी सामने आया है कि 1619 लोग मोटरसाइकिल के मालिक हैं।सरकार द्वारा भेजी गई सूची में 3301 लोगों के पास डुप्लीकेट राशन कार्ड मिले हैं वही 1779 लोग ऐसे हैं जिन्होंने 1 साल में एक बार भी राशन नहीं लिया है। शासन इन सभी को संदिग्ध मानते हुए उनकी जांच कराने का आदेश दिया है.
अमेठी जिले में कुल अंत्योदय व पात्र गृहस्थी योजना के 345786 कार्ड धारक हैं जिनमें कुल यूनिट की संख्या 14 लाख 22310 है।अंत्योदय कार्ड धारकों की संख्या 69959 है जबकि पात्र गृहस्थी कार्ड धारकों की संख्या 275827 है.
वहीं पूरे मामले पर अमेठी के जिला पूर्ति अधिकारी शशिकांत सेन ने बताया कि शासन से मिली लिस्ट के आधार पर सत्यापन किया जा रहा है. जांच में मामला सही पाए जाने पर संबंधित कार्ड निरस्त किए जाएंगे.