अहमदाबाद एयरपोर्ट पर कस्टम विभाग और सीआईडी की संयुक्त कार्रवाई में एक बड़ी तस्करी का पर्दाफाश हुआ है। जांच टीम ने एक युवती के बैग से 4 करोड़ रुपये की कीमत का हाइब्रिड गांजा बरामद किया। यह बरामदगी उस वक्त हुई जब युवती विदेश से फ्लाइट के जरिए अहमदाबाद पहुंची थी और बैग चेकिंग के दौरान शक के आधार पर तलाशी ली गई।
जानकारी के मुताबिक, पकड़ी गई युवती पंजाब के जालंधर की रहने वाली है। वह विदेशी उड़ान से अहमदाबाद आई थी और कस्टम को चकमा देने के लिए उसने अपने बैग में गांजे को बड़ी चालाकी से छिपा रखा था। तस्करी को अंजाम देने के लिए उसने बैग के अंदर कपड़ों और अन्य सामान की आड़ में पैकेट रखे थे, ताकि स्कैनिंग में आसानी से पकड़ में न आएं।
लेकिन कस्टम अधिकारियों को बैग की स्कैनिंग के दौरान कुछ गड़बड़ी नजर आई। इसके बाद बैग को अलग से खोलकर चेक किया गया, जहां से भारी मात्रा में हाइब्रिड गांजा बरामद हुआ। शुरुआती जांच में सामने आया कि यह गांजा अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क के जरिए भारत लाया गया था और आगे इसकी सप्लाई बड़े पैमाने पर होनी थी।
कस्टम और सीआईडी ने युवती को मौके पर गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में उसने तस्करी से जुड़े कई अहम सुराग दिए हैं। अधिकारियों का कहना है कि यह सिर्फ एक व्यक्ति का काम नहीं है, बल्कि इसके पीछे संगठित गिरोह काम कर रहा है। मामले में अब ड्रग्स की सप्लाई चेन और अन्य लोगों की भूमिका की जांच की जा रही है।
हाइब्रिड गांजा सामान्य गांजे से अलग और अधिक खतरनाक माना जाता है। इसकी मांग ड्रग्स नेटवर्क में काफी ज्यादा है और कीमत भी ऊंची होती है। यही वजह है कि अंतरराष्ट्रीय गिरोह इसकी तस्करी भारत जैसे बड़े बाजारों में करते हैं।
अधिकारियों का कहना है कि इस तरह की कार्रवाई से यह साफ है कि ड्रग माफिया लगातार नई तरकीबें अपनाकर तस्करी की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन कस्टम और जांच एजेंसियां भी उतनी ही सतर्क हैं। अहमदाबाद एयरपोर्ट पर हुई इस बड़ी कार्रवाई ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि एयरपोर्ट्स पर चौकसी कितनी जरूरी है।