‘I am Inspector…’ हाईवे पर फर्जी अफसर ने ड्राइवर से मांगे 50 हजार, ऐसे खुली पोल..

बिहार की मुजफ्फरपुर पुलिस ने एक नकली मोटर व्हीकल इंस्पेक्टर (Motor Vehicle Inspector) को उसके ड्राइवर के साथ गिरफ्तार किया है. मौके से एक गाड़ी भी जब्त की गई है. एनएच 27 पर सादतपुर मोड़ के पास से दोनों की गिरफ्तारी हुई है. दोनों अवैध रूप से मालवाहक वाहनों को जांच कर रहे थे.

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नेशनल हाइवे 27 पर मालवाहक वाहनों के चालकों से फर्जी इंस्पेक्टर अवैध वसूली कर रहा था. कांटी पुलिस को लगातार इस बात की शिकायत मिल रही थी कि NH पर एमवीआई के द्वारा अवैध वसूली की जा रही है. शिकायत मिलने के बाद से ही कांटी पुलिस मामले की छानबीन में जुटी हुई थी. बताया गया था कि हाइवे पर बिना पुलिस फ़ोर्स के एमवीआई द्वारा गाड़ियों की जांच की जा रही है.

एक अधिकारी ने बताया कि गुप्त सूचना मिली कि सदातपुर मोड़ के पास MVI के द्वारा अवैध वसूली की जा रही है. मामले की सत्यता की जांच करने के लिए कांटी थानाध्यक्ष ने गश्ती अधिकारी को मौके पर भेजा. पुलिस की टीम जब मौके पर पहुंची तो देखा कि एक पिकअप को रोका गया है. एक शख्स खुद को MVI बता रहा था. उसके साथ उसका ड्राइवर भी था. हालांकि उसके साथ कोई पुलिसकर्मी नहीं था. इसके बाद गश्ती कर रही पुलिस टीम को शक हुआ.

हाईवे पर गाड़ियों से कर रहा था वसूली

जिस पिकअप के ड्राइवर से वसूली की जा रही थी, उसने बताया कि मेरे पास सभी पेपर थे. इसके बावजूद भी मुझसे पैसे मांगे जा रहे थे. इसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने दोनों को हिरासत में लिया और थाने ले गए. थाने पर जब खुद को एमवीआई बता रहे शख्स से उसका पहचान पत्र मांगा गया तो वह टालमटोल करने लगा. कड़ाई से जब पूछताछ की गई तो बताया कि वह नकली एमवीआई है. नेशनल हाइवे पर गाड़ियों को रोककर अवैध वसूली करता है.

छपरा का रहने वाला है आरोपी

पुलिस ने बताया कि आरोपी की पहचान जिले के छपरा थानाक्षेत्र के रिवीलगंज के रहने वाले राज कुमार प्रसाद के रूप में की गई है. वहीं उसके ड्राइवर का नाम मो. शमीम आलम है, जो छपरा के नगर थाना क्षेत्र का रहने वाला है. कांटी थानाध्यक्ष रामनाथ प्रसाद ने बताया कि सादतपुर मोड़ के पास से एक फर्जी एमवीआई को उसके ड्राइवर के साथ गिरफ्तार किया गया है. एमवीआई बताकर एक पिकअप से पचास हजार रुपये मांगे जाने की सूचना मिली. सत्यापन के दौरान उसने खुद को एमवीआई बताया. पहचानपत्र मांगने पर कोई जवाब नहीं दिया. वरीय अधिकारियों को सूचना देकर दोनों का सत्यापन कराया गया. दोनों फर्जी निकले. दोनों पर एफआईआर दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जा रही है.

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