यूपी के पॉलिटेक्निक कॉलेजों में HOD भर्ती प्रक्रिया को लेकर लग रहे आरोपों पर मंत्री आशीष पटेल भड़क गए. उन्होंने कहा कि साजिश रचने वाले समझ लें, मैं विधायक योगेश वर्मा नहीं हूं, जो थप्पड़ खाने और अपमानित होने के बावजूद किसी मजबूरी में चुप रह गए. दरअसल कई बीजेपी विधायकों और अपना दल (कमेरावादी) की विधायक पल्लवी पटेल ने भी मंत्री आशीष पटेल पर गंभीर आरोप लगाए थे. इतना ही नहीं इसको लेकर पल्लवी पटेल ने विधानसभा परिसर में धरना भी दिया था.
आशीष पटेल ने ‘X’ पर पोस्ट करते हुए लिखा कि मैं सरदार पटेल का वंशज हूं. डरना नहीं मुकाबला करना मेरी फितरत में है. कोई कंकड़ फेंकेगा तो जवाब पत्थर से मिलेगा. उन्होंने आगे कहा कि कितनी भी साजिश रचें, चरित्रहनन की कोशिश करें, अपना दल (एस) सामाजिक न्याय से जुड़े मामले उठाते रहेगा. इसके लिए चाहे जो भी कीमत चुकानी पड़े.
कैबिनेट मंत्री ने कहा कि प्रदेश में सामाजिक न्याय की आवाज बंद नहीं होगी. चाहे 69 हजार शिक्षक भर्ती में गड़बड़ी का मामला हो या ऐसे ही अन्य मामले. हमारी पार्टी ने पूरी ताकत से अपनी बात रखी है और आगे भी उसी मजबूती से अपनी बात रखेंगे.
इसके बाद उन्होंने दो पंक्तियां भी लिखीं-
कुछ लोग जो खामोश हैं ये सोच रहे हैं,
सच बोलेंगे जब सच के जरा दाम बढ़ेंगे
अगर PM मोदी कहें तो एक सेकंड में इस्तीफा दे दूंगा- आशीष पटेल
आशीष पटेल के खिलाफ शिकायत करने वालों में भाजपा विधायकों के साथ-साथ अनुप्रिया पटेल की बहन और अपना दल (कमेरावादी) की नेता पल्लवी पटेल भी हैं, लेकिन आशीष पटेल ने इन आरोपों पर यह कहकर सियासी तापमान को बढ़ा दिया है कि पल्लवी पटेल के पीछे कौन खड़ा है और किसकी शह पर उन पर आरोप लगाए जा रहे हैं ये सभी जानते हैं. यही नहीं आशीष पटेल ने यह कहकर भी सियासत को और गरमा दिया है कि अगर प्रधानमंत्री या गृह मंत्री इशारा भी कर दें तो एक सेकंड भी नहीं लगेगा और इस्तीफा दे देंगे. आरोप लगे तो आशीष पटेल ने इस मुद्दे को अपना दल की अस्मिता से जोड़ने की कोशिश की, कहा यह सब कौन करवा रहा है किसी से छिपा नहीं है.
क्या था योगेश वर्मा का थप्पड़ कांड?
लखीमपुर खीरी में अर्बन कोऑपरेटिव बैंक के चुनाव को लेकर बीजेपी विधायक को बार एसोसिएशन के अध्यक्ष अवधेश सिंह ने पुलिस के सामने ही पीट दिया था, उनकी पत्नी पुष्पा सिंह ने आरोप लगाया था कि विधायक योगेश वर्मा शराब पिए हुए थे और उन्होंने मुझे धक्का दिया. उन्होंने बताया था कि वो बीजेपी महिला मोर्चा की जिला प्रभारी हैं और अर्बन कोऑपरेटिव बैंक की अध्यक्ष रह चुकी हैं. हालांकि बाद में बीजेपी ने पति और पत्नी दोनों को पार्टी से निष्कासित कर दिया था.