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भागलपुर: ‘फ्री में आइसक्रीम मांगा…’ इनकार पर भड़का बदमाश, दुकानदार के मुंह में कट्टा सटाकर मार दी गोली

बिहार के भागलपुर में अपराधियों का तांडव सिर चढ़कर बोल रहा है. यहां फ्री में आइसक्रीम नहीं खिलाने पर एक अपराधी ने दुकानदार को मुंह में गोली मार दी और उसकी मौत मौके पर ही हो गई. यह घटना लोदीपुर थाना क्षेत्र के जिछो पोखड़ के समीप की है. जिस जगह वारदात को अंजाम दिया गया है, वहां से थाने की दूरी महज 100 मीटर है.

मृतक का नाम दुखन तांती (22 वर्ष) है. वह लोदीपुर का निवासी था. अपराधी दुकानदार से फ्री में आइसक्रीम मांग रहा था. दुकानदार ने मना किया तो मुंह में कट्टा सटाकर गोली मार दी. वारदात को अंजाम देने के बाद मौके से बदमाश फरार हो गया. पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया.

फ्री में आइसक्रीम न देने पर हत्या

लोदीपुर थाना से महज 100 मीटर के दूर स्थिति पोखर के किनारे सात दिवसीय भागवत कथा का आयोजन किया गया है. मेला में सरधो के रहने वाले मृतक दुखन तांती आइसक्रीम बेच रहे थे. इसी दौरान एक युवक आया और उससे फ्री में आइसक्रीम मांगा. दुकानदार के द्वारा नहीं देने पर मुंह में बंदूक( पिस्तौल) घुसाकर फायरिंग कर दी, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई. मृतक के मुंह में ही बुलेट फंसा हुआ है.

सूचना के बाद परिजन घटनास्थल पर पहुंचे. तबतक शव को मायागंज अस्पताल लेकर लोग पहुंच गए थे. वारदात के बाद मौके पर हड़कंप मच गया. श्रद्धालु इधर-उधर भागने लगे. वहीं सूचना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस मामले की छानबीन में जुट गई. मृतक की मां सुमा देवी ने कहा कि किसी से कोई दुश्मनी नहीं थी, हम जबतक घटना स्थल पर पहुंचते, तब तक बेटे को लोग अस्पताल पहुंचा दिए थे.

वहीं, जिसने वारदात को अंजाम दिया है, उसका नाम पांडव यादव बताया जा रहा है. पांडव नशे का आदी है. उसके भाई और पिता भी नशा कर करते हैं. लोगों ने आशंका जताई है कि रंगदारी मांगने आया होगा. इधर, घटना के बाद परिजन का रो-रो कर बुरा हाल है. लोग पुलिस की कार्यशैली पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं.

लोगों ने जाम की सड़क

आइसक्रीम विक्रेता की हत्या मामले में परिजन का गुस्सा फूट पड़ा है. दर्जनों की संख्या में लोग सड़क जाम कर हंगामा कर रहे हैं और हत्यारे को फांसी की सजा देने और मुआवजे की मांग कर रहे हैं. मौके पर डीएसपी चंद्र भूषण भी पहुंचे हैं. अधिकारी आक्रोशित परिजन को समझाने व सड़क जाम को छुड़वाने का प्रयास कर रहे हैं. हालांकि, परिजन पुलिस की कार्यशैली पर भी सवाल खड़े कर रहे हैं. आरोप है कि घटना के वक्त तीन पुलिसकर्मी मौके पर मौजूद थे, लेकिन उन्हें बचाने की जहमत तक पुलिस कर्मियों ने नहीं उठाई.

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